कुंदन पाहन के नाम पर मांगी थी 10 लाख रुपये की फिरौती
रांची : कांके रोड के मिशन गली निवासी रामदेव भगत के पुत्र प्रफुल्ल भगत (10 वर्ष) का अपहरण खिजरी निवासी सन्नी उरांव ने किया था. सन्नी पहले रामदेव भगत के घर में किरायेदार के रूप में रहता था. बताया जाता है कि अपहरण के बाद उसने माओवादी कमांडर कुंदन पाहन के नाम पर बालक को […]
रांची : कांके रोड के मिशन गली निवासी रामदेव भगत के पुत्र प्रफुल्ल भगत (10 वर्ष) का अपहरण खिजरी निवासी सन्नी उरांव ने किया था. सन्नी पहले रामदेव भगत के घर में किरायेदार के रूप में रहता था. बताया जाता है कि अपहरण के बाद उसने माओवादी कमांडर कुंदन पाहन के नाम पर बालक को रिहा करने के लिए 10 लाख रुपये की फिरौती मांगी थी.
गोंदा पुलिस ने कोलकाता पुलिस के सहयोग से रविवार की रात सन्नी को गिरफ्तार किया था. वहीं प्रफुल्ल भगत को बरामद किया था. सन्नी कोलकाता में जगह बदल-बदल कर रह रहा था. इस संबंध में गत 21 अप्रैल को गोंदा थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी थी.
लालच में आ गया था सन्नी
गोंदा थाना प्रभारी के अनुसार प्रफुल्ल भगत के पिता सीएमपीडीआइ व मां सीसीएल में कार्यरत हैं.सन्नी ने पुलिस को बताया कि माता-पिता दोनों सरकारी कर्मी हैं, इसलिए मुङो लालच हो गया था. मुङो लगा कि 10 लाख रुपये फिरौती देना उनके लिए कोई बड़ी बात नहीं होगी. यह सोच कर मैंने बालक का अपहरण किया था.