देवघर यूएमपीपी के लिए जमीन दे सरकार

केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने परियोजना का काम तेज करने का दिया आश्वासन, कहा रिलायंस का राज्य सरकार के साथ जमीन को लेकर इश्यू था रांची : केंद्रीय कोयला और ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि देवघर यूएमपीपी के लिए राज्य सरकार तेजी से जमीन उपलब्ध कराये तो, इस परियोजना पर भी तेजी से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 5, 2015 6:41 AM
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने परियोजना का काम तेज करने का दिया आश्वासन, कहा
रिलायंस का राज्य सरकार के साथ जमीन को लेकर इश्यू था
रांची : केंद्रीय कोयला और ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि देवघर यूएमपीपी के लिए राज्य सरकार तेजी से जमीन उपलब्ध कराये तो, इस परियोजना पर भी तेजी से काम होगा. यह सब कुछ राज्य सरकार पर निर्भर करता है. रिलायंस द्वारा यूएमपीपी से पीछे हटने के सवाल पर श्री गोयल ने कहा कि उनका राज्य सरकार के साथ जमीन को लेकर इश्यू था. इसमें केंद्र सरकार क्या कर सकती है.
एक बार जब यूएमपीपी के लिए बिड हो चुका है, तब यह केंद्र के हाथ से निकल जाता है. सारा मामला राज्य सरकार को देखना होता है. मंत्री ने कहा कि संताल परगना में सोलर पावर प्लांट अलग योजना है. इससे यूएमपीपी पर कोई असर नहीं पड़ेगा. श्री गोयल होटल बीएनआर में सोमवार को पत्रकारों से बात कर रहे थे.
श्री गोयल ने कहा कि स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के संचालन के लिए मुख्यमंत्री रघुवर दास ने आग्रह किया था. राज्य सरकार और सीसीएल की हिस्सेदारी 50: 50 फीसदी की होगी. अधिकारी वहां जायेंगे, तब तय होगा कि एकेडमी कैसे चलेगी.
इसी सरकार में झरिया का पुनर्वास होगा
श्री गोयल ने कहा कि झरिया पुनर्वास को लेकर वह गंभीर है. राज्य सरकार से भूमि मांगी गयी है. कुछ बीसीसीएल भी दे रहा है. जैसे ही सबका पुनर्वास हो जायेगा तब सरकार आग बुझाने की दिशा में काम करेगी. इसी सरकार के कार्यकाल में यह काम पूरा होगा. मिशन मोड में इसे किया जायेगा.
चेंबर के सदस्य मिले केंद्रीय मंत्री से, समस्याएं बतायीं
रांची : फेडरेशन ऑफ चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के सदस्य सोमवार को केंद्रीय ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल से मिले. इस दौरान सदस्यों ने कई समस्याओं के बारे में उन्हें जानकारी दी. सदस्यों ने इन दिनों हो रहे पावर कट और लोड शेडिंग के बारे में बताया और त्वरित निदान का आग्रह भी किया. वहीं सदस्यों ने बताया कि लघु व मध्यम उद्योग को कोयला वितरण करने का नोडल एजेंसी बनाया गया है.
प्राय: देखा जा रहा है कि सीसीएल, बीसीसीएल व इसीएल द्वारा दूसरे ग्रेड का कोयला जेएसएमडीसी को आवंटित कर रहा है, जिस वजह से परेशानी हो रही है.
सारी बातों को सुनने के बाद केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने मुख्य सचिव को आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया. प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व अध्यक्ष रतन मोदी ने किया. केंद्रीय मंत्री से मिलने वालों में विनय अग्रवाल, कुणाल अजमानी, पवन शर्मा, श्यामसुंदर अग्रवाल, सोनी मेहता, रंजीत गाड़ोदिया, काशी प्रसाद कनोई, संजय सेठ, महेश पोद्दार, रंजीत टिबड़ेवाल, शशांक भारद्वाज आदि शामिल थे.
अच्छा इनसान बनें, अतीत न भूलें
सीसीएल द्वारा गोद लिये बच्चों से मिले पीयूष गोयल, कहा
रांची : केंद्रीय कोयला राज्य मंत्री पीयूष गोयल ने व्यस्त कार्यक्रम से समय निकाल कर विद्यार्थियों से मुलाकात की. सीसीएल छात्रों को गोद लेकर इंजीनियरिंग की तैयारी करा रहा है.
सीसीएल के लाल नाम से स्कीम के तहत कंपनी की ओर से बच्चों का चयन किया गया है. शाम के समय श्री गोयल गांधीनगर कॉलोनी स्थित डीएवी गांधीनगर के हॉस्टल गये. वहां विद्यार्थियों से एक-एक कर मिले. विद्यार्थियों से कहा : जो खुशी अच्छा इनसान बनने में है, वह किसी और काम नहीं. ईमानदार रहें. अपने अतीत को नहीं भूलें. मेरिट से यहां तक पहुंचे हैं, इसे बनाये रखें. नैतिक मूल्यों के साथ कभी समझौता नहीं करें.
कंपनी के सीएमडी गोपाल सिंह ने बताया कि इस स्कीम के तहत बच्चों की चयन प्रक्रिया काफी कठिन है. इनके रहने से लेकर शिक्षा तक का खर्च कंपनी वहन करती है.
समाधान केंद्र की ली जानकारी : इससे पूर्व श्री गोयल ने दरभंगा हाउस परिसर स्थित समाधान केंद्र की जानकारी ली. सीवीओ अरविंद प्रसाद ने इसकी गतिविधियों के बारे में जानकारी दी. उनको बताया कि कर्मियों की शिकायत ऑनलाइन ली जाती है. मंत्री ने सभी कंपनियों में इस तरह का केंद्र खोलने का निर्देश दिया. मंत्री ने इसी परिसर में मृत कोयला कर्मियों को श्रद्धांजलि दी.
गांधीनगर अस्पताल में मरीजों से मिले : श्री गोयल गांधीनगर अस्पताल में मरीजों से भी मिले. उनके हाल चाल की जानकारी ली. गांधीनगर अस्पताल को समृद्ध करने का निर्देश दिया. इस मौके पर कंपनी के निदेशक व अधिकारी भी मौजूद थे.

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