यह कैसी कारीगरी, दो को ही चार की हाजिरी
फोटो-‘5 डालपीएच-2प्रतिनिधि, पाटन (पलामू). किशुनपुर के अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थापित तकनीशियन नीरज कुमार ने चार मई की हाजिरी दो मई को ही रजिस्टर में अंकित कर दी थी. पूछे जाने पर नीरज का कहना है कि उन्हें दो तारीख को ही पता था कि उन्हें किशुनपुर नहीं आना है. पाटन के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र […]
फोटो-‘5 डालपीएच-2प्रतिनिधि, पाटन (पलामू). किशुनपुर के अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थापित तकनीशियन नीरज कुमार ने चार मई की हाजिरी दो मई को ही रजिस्टर में अंकित कर दी थी. पूछे जाने पर नीरज का कहना है कि उन्हें दो तारीख को ही पता था कि उन्हें किशुनपुर नहीं आना है. पाटन के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में रहना है, इसलिए हाजिरी बना दी थी, इसमें आखिर गलत क्या है? इस बीच अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र में जांच कराने जो लोग सोमवार को पहुंचे, उन्हें निराश लौटना पड़ा. अकराहा के राकेश उपाध्याय ने जब फोन लगा कर तकनीशियन से जानना चाहा कि वह कब तक केंद्र में आयेंगे, तो उन्होंने कहा कि वह 15 दिन नहीं आयेंगे. जहां जाना है जाइए. श्री उपाध्याय का कहना है कि सांसद आदर्श ग्राम योजना के तहत किशुनपुर गांव को आदर्श गांव बनाना है, लेकिन सरकारी क र्मियों का जब यह व्यवहार रहेगा, तो आदर्श स्थिति कैसे बनेगी. हालांकि नीरज ने इस आरोप से इनकार किया है. कहा है कि उसके द्वारा किसी भी नागरिक के साथ कोई अभद्र व्यवहार नहीं किया गया है.