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आरोपी छात्र को कल तक निष्कासित करें
डॉ खुर्शीद अख्तर के साथ मारपीट की घटना के विरोध में शिक्षकों रहे सामूहिक अवकाश पर, कहा रांची : रांची कॉलेज के शिक्षक डॉ खुर्शीद अख्तर के साथ मारपीट करनेवाले आरोपी छात्र त्रिभुवन बेदिया को अगर सात मई 2015 तक कॉलेज से निष्कासित नहीं किया गया, तो शिक्षक अनिश्चितकालीन आंदोलन पर चले जायेंगे. शिक्षकों ने […]
डॉ खुर्शीद अख्तर के साथ मारपीट की घटना के विरोध में शिक्षकों रहे सामूहिक अवकाश पर, कहा
रांची : रांची कॉलेज के शिक्षक डॉ खुर्शीद अख्तर के साथ मारपीट करनेवाले आरोपी छात्र त्रिभुवन बेदिया को अगर सात मई 2015 तक कॉलेज से निष्कासित नहीं किया गया, तो शिक्षक अनिश्चितकालीन आंदोलन पर चले जायेंगे. शिक्षकों ने कॉलेज के प्राचार्य को सात मई तक का अल्टीमेटम दिया है.
उक्त निर्णय मंगलवार को आयोजित बैठक में लिया गया. रांची कॉलेज व पीजी शिक्षक संघ के तत्वावधान में सभी शिक्षक मंगलवार को सामूहिक अवकाश पर रहे. रांची कॉलेज परिसर में शिक्षकों ने धरना दिया व उपवास किया.
धरना स्थल पर कुलपति डॉ रमेश कुमार पांडेय, फुटाज के अध्यक्ष डॉ बब्बन चौबे, डॉ एमपी शर्मा, सीनेटर प्रतुल नाथ शाहदेव, डॉ भीम प्रभाकर भी बैठे. जबकि कर्मचारी नेता सत्येंद्र कुमार मल्लिक व शिवजी तिवारी ने भी शिक्षकों के आंदोलन का समर्थन किया. शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ हरि ओम पांडेय की अध्यक्षता में आयोजित इस धरना में शिक्षकों ने कहा कि कॉलेज व पीजी विभाग में शिक्षक अपने को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं.
मारपीट की घटना के आरोपी छात्र की गिरफ्तारी नहीं होने से शिक्षक मर्माहत हैं. शिक्षकों के आंदोलन पर जाने की जिम्मेवारी पुलिस प्रशासन, कॉलेज व विवि प्रशासन की होगी.
शिक्षकों ने कहा कि शिक्षक पुलिस की निष्क्रियता को लेकर राज्यपाल व मुख्यमंत्री को भी ज्ञापन देंगे और शिक्षक अपनी सुरक्षा के लिए गुहार लगायेंगे. धरना स्थल पर कुलपति ने शिक्षकों को आश्वस्त किया है कि शिक्षकों को सम्मान मिलेगा. वे निर्भिक होकर अपने कर्तव्य का निर्वहन करें. उन्होंने छात्र व शिक्षक के बीच बन रही खाई को दूर करने की बात कही. धरना स्थल पर शिक्षक अपने हाथों में नारे लिखे तख्तियां लिये हुए थे.
धरना स्थल पर डॉ एलके कुंदन, डॉ मिथिलेश, डॉ एसएम अब्बास, डॉ अनुराग त्रिपाठी, डॉ रमेश शरण, डॉ केके सिंह, डॉ राजेश कुमार, डॉ उषा किरण, डॉ एक्यू जिलानी, डॉ एसके त्रिपाठी, प्रो आनंद कुमार ठाकुर, डॉ हरि उरांव, डॉ यूएन तिवारी, डॉ विनोद नारायण, डॉ सुरेंद्र पांडेय, डॉ कुमुद लता मेहता, डॉ पीयूष बाला, डॉ मो अयूब, डॉ नमिता सिंह, डॉ शुचि संतोष बरवार, डॉ जिंदर सिंह मुंडा, डॉ जीसी बास्के, डॉ एसके झा, डॉ सर्वोत्तम, डॉ ज्योति प्रकाश, डॉ जमशेद कमर, डॉ रामदास उरांव, डॉ अभय सागर मिंज, डॉ अनुपम कुमार, डॉ एके चट्टोराज, डॉ यशोधरा राठौर, डॉ पंकज कुमार, डॉ ज्ञान सिंह, डॉ एके महतो, डॉ श्रवण कुमार सिंह आदि उपस्थित थे. उन्होंने अपने-अपने विचार रखे.
प्राचार्य ने पुलिस से ली जानकारी
प्राचार्य डॉ यूसी मेहता ने लालपुर पुलिस से अब तक की गयी कार्रवाई की जानकारी हासिल की. साथ ही उन्होंने पुलिस से आग्रह किया कि वे आरोपी को अविलंब गिरफ्तार करें. इधर, पुलिस ने प्राचार्य को आश्वस्त किया है कि शीघ्र ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जायेगा. इस बीच पुलिस ने उक्त हॉस्टल में छात्र को खोजा, जहां वह रहता है, लेकिन छात्र वहां उपस्थित नहीं था.
शिक्षक के साथ हुई है र्दुव्यवहार की कई घटनाएं
रांची विवि में छात्र द्वारा शिक्षक के साथ र्दुव्यवहार की कई घटनाएं हो चुकी हैं. छात्र नेता ने नामांकन के नाम पर मारवाड़ी कॉलेज के प्राचार्य डॉ रंजीत सिंह का गला दबाने की कोशिश की. उनको अपशब्द कहे. प्राचार्य ने इसकी लिखित शिकायत विवि में की, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई. इसी प्रकार एमबीए में डॉ एके चट्टोराज को छात्र नेताओं ने जूते से पीटा, लेकिन अब तक किसी पर कोई कार्रवाई नहीं हुई.
रांची कॉलेज में ही छात्रों ने पत्थर मार कर डॉ एके गोविल का सिर फोड़ दिया था, लेकिन उस वक्त भी किसी पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. इससे पूर्व रांची विवि में ही डॉ शरण के साथ छात्रों ने र्दुव्यवहार किया, कुलपति की कुरसी पर छात्र बैठ गये. विवि के वित्त परामर्शी व वित्त पदाधिकारी के साथ भी र्दुव्यवहार हुआ, लेकिन किसी पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. पूरे मामले में प्राचार्य संघ के साथ-साथ शिक्षक संघ भी चुप्पी साधे रहा. कभी इसके लिए आंदोलन तक नहीं किया गया.
शिक्षकों ने की घटना की निंदा
रामलखन सिंह यादव कॉलेज शिक्षक संघ ने रांची कॉलेज के शिक्षक डॉ खुर्शीद अख्तर के साथ हुई मारपीट की घटना की निंदा की है. संघ के अध्यक्ष डॉ संजय चक्रवर्ती व सचिव खालिक अहमद ने कहा है कि इस घटना से गुरु व शिष्य की परंपरा को धक्का लगा है. वहीं जेएन कॉलेज शिक्षक संघ के सदस्यों ने घटना के विरोध में काला बिल्ला लगा कर काम किया. साथ ही इस घटना की निंदा की. संघ के अध्यक्ष एनके होरो ने दोषी छात्र पर कार्रवाई की मांग की है.
सीनेटर मिले प्राचार्य से
रांची विवि सीनेटर प्रतुल नाथ शाहदेव व भीम प्रभाकर धरना देने के बाद रांची कॉलेज के प्राचार्य डॉ यूसी मेहता से उनके कार्यालय कक्ष में मिले. सीनेटरों ने प्राचार्य से आरोपी छात्र को स्थायी रूप से निष्कासित करने की मांग की. उन्होंने कहा कि इस तरह की घटना से कॉलेज की छवि धूमिल हो रही है. उन्होंने कहा कि 48 घंटे के अंदर छात्र पर कार्रवाई नहीं होती है, तो वे लोग विवि मुख्यालय में धरना देंगे.
रोक के बाद भी शिक्षकों से लिया जा रहा काम
सीएस ने दिया है निर्देश
मुख्य सचिव द्वारा जारी पत्र में कहा गया है कि शिक्षा के गुणात्मक विकास में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका है. राज्य में शिक्षकों की कमी दूर करने के लिए आवश्यक कार्रवाई की जा रही है.
पर यह भी आवश्यक है कि कार्यरत शिक्षकों द्वारा सुचारु रुप से विद्यालय में शैक्षणिक कार्य का निष्पादन किया जाये. शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्य में लगाये जाने से शिक्षा के गुणात्मक विकास पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है. प्राथमिक से लेकर उच्च माध्यमिक विद्यालय के शिक्षकों को बड़े पैमाने पर गैर शैक्षणिक कार्य में लगाये जाने की सूचना प्राप्त हो रही है, जो वांछनीय नहीं है.
अत: छात्र हित को ध्यान में रखते हुए शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्य में नहीं लगाया जाये. अपरिहार्य परिस्थिति में मानव संसाधन विकास विभाग से पूर्वानुमति प्राप्त कर अल्प समय के लिए शिक्षक को गैर शैक्षणिक कार्य में लगाया जा सकता है.
विद्यालय अवधि में करते हैं कार्य
वर्ष में लगभग 100 दिन शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्य में लगाया जाता है. शिक्षकों को विद्यालय अवधि के बाद बीएलओ कार्य करने को कहा जाता है. शिक्षकों का कहना है कि यह संभव नहीं होता. शिक्षक को विद्यालय से पांच से दस किलोमीटर दूर तक के इलाकों में भेजा जाता है. इस कारण अधिकांश शिक्षक स्कूल अवधि में ही बीएलओ का कार्य करते हैं.
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