दुर्घटना के बाद भी शीला का हौसला कायम

(तसवीर : ट्रैक में शीला के नाम से है 29 अप्रैल को सड़क दुर्घटना में घायल हुई थीजमीन पर तकिया के सहारे दे रही है स्नातक पार्ट थ्री की परीक्षाराजकुमार रांची : मन में कुछ करने की ललक व दृढ़ इच्छा हो तो कोई भी परेशानी बाधक नहीं बन सकती. कष्ट भी उसके लिए प्रेरणास्रोत […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 6, 2015 8:03 PM

(तसवीर : ट्रैक में शीला के नाम से है 29 अप्रैल को सड़क दुर्घटना में घायल हुई थीजमीन पर तकिया के सहारे दे रही है स्नातक पार्ट थ्री की परीक्षाराजकुमार रांची : मन में कुछ करने की ललक व दृढ़ इच्छा हो तो कोई भी परेशानी बाधक नहीं बन सकती. कष्ट भी उसके लिए प्रेरणास्रोत बन जाते हैं. डोरंडा कॉलेज परीक्षा केंद्र में स्नातक पार्ट थ्री की परीक्षा दे रही शीला को देख कर उसके सहपाठी व शिक्षक दंग हैं. बुधवार को स्नातक पार्ट थ्री की जुलॉजी ऑनर्स की परीक्षा दे रही शीला जमीन पर तकिया के सहारे बैठ कर परीक्षा दे रही है. वह गोड्डा की रहने वाली है. उसके पिता का नाम सोना लाल सोरेन है. 29 अप्रैल को परीक्षा लिखकर खोरहा टोली स्थित अपने होस्टल लौटते समय वह दुर्घटना की शिकार हो गयी थी. एजी मोड़ के आगे एक बाइक के धक्के से वह गंभीर रूप से घायल हो गयी थी.उसके पैर व हाथ में चोटंे आयी हंै. फिलहाल वह व्हील चेयर पर परीक्षा देने आ रही है. वह गोस्सनर कॉलेज के स्नातक पार्ट थ्री की छात्रा है. डोरंडा कॉलेज सेंटर पर वह परीक्षा दे रही है. बैठने के दौरान परेशानी न हो इसके लिए वह तकिया सहित अन्य सामग्री लेकर परीक्षा देने आती है. वह जमीन पर अपने साथ लायी छोटे टेबल को रखकर परीक्षा दे रही है. शीला ने कहा कि परीक्षा अच्छी हुई है. बेहतर अंक मिलने की आशा है. बुधवार को छठे पेपर की परीक्षा थी. दो और पेपर बचे हैं. बुधवार को उसने तीन घंटे तक पेपर लिखा. बाहर आने के बाद उसकी सहेलियों ने हालचाल पूछा व साहस बढ़ाया. शिक्षकों ने कहा कि वह बेहतर परीक्षा दे रही है.

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