पुत्र मोह में लालू ने पार्टी के ‘बहादुर सिपाही की बलि’ चढ़ायी : पप्पू

पार्टी से निष्कासित किये जाने के बाद पप्पू यादव ने कहा कि पुत्र मोह में लालू प्रसाद ने पार्टी के ‘एक बहादुर सिपाही की बलि’ चढ़ायी है. उन्होंने सवाल किया कि क्या गरीब, दलितों, वंचित वर्ग के लोगों, नौजवानों की आवाज उठाना, जीतन राम मांझी जैसे दलित वर्ग से आनेवाले नेता के लिए आवाज उठाना […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 7, 2015 8:04 PM

पार्टी से निष्कासित किये जाने के बाद पप्पू यादव ने कहा कि पुत्र मोह में लालू प्रसाद ने पार्टी के ‘एक बहादुर सिपाही की बलि’ चढ़ायी है. उन्होंने सवाल किया कि क्या गरीब, दलितों, वंचित वर्ग के लोगों, नौजवानों की आवाज उठाना, जीतन राम मांझी जैसे दलित वर्ग से आनेवाले नेता के लिए आवाज उठाना ही उनकी गलती है? कहा, ‘क्या उनकी बलि सिर्फ इसलिए चढ़ायी गयी, क्योंकि बिहार के 10 करोड़ लोगों और नौजवानों ने उन्हें राजद की विचारधारा के वारिस के रूप में देखना शुरू कर दिया था?’ पप्पू ने दावा किया कि आरजेडी के 12 विधायक जदयू में पाला बदलने को तैयार थे, राज्यसभा चुनाव में तीन विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की. इनमें से किसी पर कोई कार्रवाई नहीं की गयी और सड़क से संसद तक गरीब, दलितों, वंचित वर्ग के लोगों, नौजवानों की आवाज उठानेवाले मुझ जैसे कार्यकर्ता की बलि ली गयी.

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