हराडीह मंदिर राष्ट्रीय धरोहर घोषित

राष्ट्रीय मानचित्र पर आया बुंडू अनुमंडलबुंडू. भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ने बुंडू अनुमंडल के बुंडू-तमाड़ सीमा क्षेत्र में तमाड़ प्रखंड अंतर्गत स्थित हराडीह मंदिर को पुरातात्विक स्थल एवं राष्ट्रीय धरोहर घोषित किया है. कांची नदी के किनारे स्थित इस मंदिर में सोलह भुजी मां दुर्गा की पौराणिक पाषाण मूर्ति स्थापित है. मंदिर के चारों ओर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 7, 2015 9:03 PM

राष्ट्रीय मानचित्र पर आया बुंडू अनुमंडलबुंडू. भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ने बुंडू अनुमंडल के बुंडू-तमाड़ सीमा क्षेत्र में तमाड़ प्रखंड अंतर्गत स्थित हराडीह मंदिर को पुरातात्विक स्थल एवं राष्ट्रीय धरोहर घोषित किया है. कांची नदी के किनारे स्थित इस मंदिर में सोलह भुजी मां दुर्गा की पौराणिक पाषाण मूर्ति स्थापित है. मंदिर के चारों ओर असंख्य शिवलिंग भी हैं. बताया जाता है कि इसके आसपास खुदाई करने पर और भी शिवलिंग निकल सकते हैं. लगभग एक दशक पहले तक यह स्थत पूरी तरह से उपेक्षित था. खपरैल मंदिर में प्रतिमा की पूजा-अर्चना ग्रामीण करते थे. ग्रामीणों का कहना है कि असामाजिक तत्वों ने कई शिवलिंगों की चोरी भी कर ली. लगभग एक दशक पूर्व खूंटी व्यवहार न्यायालय के तत्कालीन जज राजकुमार तुली के प्रयास एवं आम लोगों के सहयोग से वर्तमान मंदिर का निर्माण कराया गया. अब हराडीह मंदिर के कारण राष्ट्रीय मानचित्र में बुंडू अनुमंडल के आ जाने पर हर्ष व्यक्त करते हुए बुंडू एसडीएम संदीप सिंह ने लोगों को बधाई दी. उन्होंने अपील की है कि मंदिर के आसपास के लोग इस राष्ट्रीय धरोहर को हर तरह से सुरक्षित व संरक्षित करने में सहयोग करें.फोटो- 7 बुंू-2- भब्य हराडीह मंदिर का वर्तमान स्वरूप.7 बुंडू-3- हराडीह मंदिर में स्थित पौराणिक, सोलह भूजी मां दुर्गा की पाषाण मूर्ति.

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