मोदी-ममता बैठक से जूट उद्योग को उम्मीद
कोलकाता. पश्चिम बंगाल के जूट उद्योग को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बीच शनिवार को होनेवाली बैठक को लेकर काफी उम्मीदें हैं. उद्योग को लगता है कि इस बैठक से उसकी चिंताएं दूर होंगी. राज्य में जूट मिलों के बंद होने से करीब एक लाख लोग बेरोजगार हो गये हैं. भारतीय जूट […]
कोलकाता. पश्चिम बंगाल के जूट उद्योग को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बीच शनिवार को होनेवाली बैठक को लेकर काफी उम्मीदें हैं. उद्योग को लगता है कि इस बैठक से उसकी चिंताएं दूर होंगी. राज्य में जूट मिलों के बंद होने से करीब एक लाख लोग बेरोजगार हो गये हैं. भारतीय जूट मिल एसोसिएशन के चेयरमैन संजय कजारिया ने कहा कि पहले ही 15 मिलें बंद हो चुकी हैं, जिससे करीब एक लाख कर्मचारी बेरोजगार हो गये हैं. पर्याप्त ऑर्डर के आश्वासन के बिना और मिलें बंद हो सकतीं हैं. हम उम्मीद करते हैं कि बैठक में यह मुद्दा उठेगा. उन्होंने कहा कि ऐसी आशंका है कि खरीफ मौसम में रबी फसलों की तुलना में खरीद कम होगी, इससे मिलें बंद हो रही हैं. कजारिया ने कहा कि मार्च 2015 को समाप्त रबी मौसम में सरकार के तहत खरीद 30 प्रतिशत कम रही है. खरीफ मौसम की खरीदारी 15 मई से शुरू होनी है और अब तक संकेत यही हैं कि इस बार ऑर्डर कम होंगे. राज्य में 59 जूट मिलें हैं, जिससे करीब 2.5 लाख लोगों को काम मिला हुआ है.