सामाजिक हित के लिए हो शोध
फोटो—अमितदक्षता निर्माण कार्यक्रम में रांची विवि के कुलपति डॉ रमेश कुमार पांडेय ने कहा20 से 25 मई तक चलेगा कोर्ससंवाददाता, रांचीशोध का लक्ष्य सामाजिक हित होना चाहिए, क्योंकि शोध का सीधा सरोकार समाज पर पड़ता है. अंतर विषयक शोध की आवश्यकता है और सामाजिक विज्ञान इसकी धुरी बनती जा रही है. दुनिया गतिशील है, इसलिए […]
फोटो—अमितदक्षता निर्माण कार्यक्रम में रांची विवि के कुलपति डॉ रमेश कुमार पांडेय ने कहा20 से 25 मई तक चलेगा कोर्ससंवाददाता, रांचीशोध का लक्ष्य सामाजिक हित होना चाहिए, क्योंकि शोध का सीधा सरोकार समाज पर पड़ता है. अंतर विषयक शोध की आवश्यकता है और सामाजिक विज्ञान इसकी धुरी बनती जा रही है. दुनिया गतिशील है, इसलिए हमे जड़तावादी शोध से दूर रहना होगा. उक्त बातें रविवार को संकायाध्यक्ष सभागार में भारतीय सामाजिक विज्ञान शोध परिषद, नयी दिल्ली के तत्वावधान में आयोजित दक्षता निर्माण कार्यक्रम में रांची विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ रमेश कुमार पांडेय ने कही. उन्होंने कहा कि किसी भी विश्वविद्यालय की पहचान एवं अहमियत तभी बनती है, जब वहां के शिक्षकों का अध्यापन एवं शोध विश्वस्तरीय हो. खोज नयी दिशा में होनी चाहिए. डॉ रमेश ने विश्व के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों का नाम बताते हुए वहां के शोध के बारे में बताया. सामाजिक विज्ञान के संकायाध्यक्ष एवं कोर्स के निदेशक डॉ करमा उरांव ने कोर्स की जानकारी दी. कार्यक्रम में डॉ अविनाशचंद्र मिश्रा के अलावा 30 चयनित शिक्षक उपस्थित थे. डॉ एसपी सिन्हा ने कार्यक्रम का संचालन किया एवं डॉ अजीत कुमार सहाय ने धन्यवाद ज्ञापन दिया. कार्यक्रम के दौरान डॉ आभा खलखो द्वारा लिखित पुस्तक ब्रिटिश कालीन झारखंड के कुछ ऐतिहासिक पल का विमोचन किया गया.