profilePicture

जल संकट से निबटने की रांची नगर निगम की तैयारी, लगेंगे 275 उच्च प्रवाही नलकूप

रांची: राजधानी में पेयजल की समस्या दिनानुदिन गंभीर होती जा रही है. कुआं व चापाकल के सूखने के बाद अब निजी घरों की बोरिंग भी जवाब देने लगी हैं. पेयजल की किल्लत से परेशान लोग अब मेन रोड को भी जाम करने से हिचक नहीं रहे हैं. शहर के लोगों को इस समस्या से मुक्ति […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 11, 2015 6:26 AM
रांची: राजधानी में पेयजल की समस्या दिनानुदिन गंभीर होती जा रही है. कुआं व चापाकल के सूखने के बाद अब निजी घरों की बोरिंग भी जवाब देने लगी हैं. पेयजल की किल्लत से परेशान लोग अब मेन रोड को भी जाम करने से हिचक नहीं रहे हैं. शहर के लोगों को इस समस्या से मुक्ति दिलाने के लिए अब रांची नगर निगम शहर के हर वार्ड में पांच-पांच एचवाइडीटी (उच्च प्रवाही नलकूप) लगाने की तैयारी में है.

निगम की योजना है कि अगर हर वार्ड में पांच-पांच एचवाइडीटी लग गये, तो शहर में काफी हद तक लोगों को पेयजल की किल्लत से मुक्ति मिल जायेगी. निगम की मेयर आशा लकड़ा की मानें, तो जल्द ही इस आशय का प्रस्ताव सरकार के पास भेजा जायेगा. सरकार से जैसे ही राशि की स्वीकृति मिल जायेगी, एचवाइडीटी लगाने का काम शुरू कर दिया जायेगा.

आठ करोड़ से अधिक की राशि होगी खर्च
वर्तमान में एक एचवाइडीटी के अधिष्ठापन में तीन लाख रुपये के आसपास खर्च होते हैं. इस प्रकार से अगर 275 एचवाइडीटी का अधिष्ठापन निगम करता है, तो इसके लिए उसे आठ करोड़ से अधिक की राशि खर्च करनी पड़ेगी.
पहले के एचवाइडीटी की हालत अच्छी नहीं
रांची नगर निगम के पास पूर्व से ही निर्मित 110 एचवाइडीटी की देखरेख का जिम्मा है. वर्तमान में इन एचवाइडीटी में 85 एचवाइडीटी से ही पानी निकलता है, बाकी के 25 एचवाइडीटी तकनीकी खराबी के कारण बंद पड़े हुए हैं. निगम की योजना इन बंद पड़े एचवाइडीटी की मरम्मत कराने की भी है. इसके लिए निगम ने टेंडर भी फाइनल कर दिया है.
पेयजल की समस्या से माननीय मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया था. मुख्यमंत्री ने भी कहा कि शहर में पेयजल की किल्लत न हो, इसके लिए निगम हर संभव कदम उठाये. उसी कड़ी में हम 275 एचवाइडीटी लगाने का प्रस्ताव सरकार के पास भेजने वाले हैं
आशा लकड़ा, मेयर नगर निगम

Next Article

Exit mobile version