रांची : शनिवार की रात को रिम्स के जूनियर हॉस्टल की तीन दर्जन से अधिक छात्राएं फूड प्वाइजनिंग से बीमार हो गयीं. जिसके बाद सभी को रिम्स के डेंगू वार्ड (आइसोलेशन वार्ड) में भरती कराया गया है. उनमें से चार छात्रओं की स्थिति गंभीर बनी हुई है. रविवार को एक-एक कर सभी छात्राओं को रिम्स लाया गया.
जिससे वहां अफरा-तफरी मच गयी. रिम्स के जूनियर डॉक्टर के साथ मेट्रॉन सहित सभी नर्स उनके इलाज में लग गयीं. अव्यवस्था के बीच उनका इलाज शुरू किया गया. मामूली रूप से बीमार कुछ छात्राओं को इलाज के बाद जाने दिया गया. सूचना मिलने पर रिम्स डायरेक्टर डॉ एसके चौधरी व बरियातू पुलिस बीमार छात्रओं को देखने पहुंचे.
क्या है मामला
एक छात्र ने बताया कि शनिवार की रात उन लोगों ने छोला-भटूरा, इडली व चटनी खायी थी. रात में कुछ छात्रओं की तबीयत थोड़ी बिगड़ी थी. रविवार की सुबह कई छात्राएं उल्टी और दस्त की शिकायत करने लगीं. रविवार की सुबह करीब 11 बजे पांच छात्रओं को रिम्स के एंबुलेंस से उन्हें रिम्स के इमरजेंसी वार्ड में लाया गया. सभी का इलाज डॉ विद्यापति की यूनिट के डॉ सुशील कच्छप कर रहे हैं. आइसोलेशन वार्ड के विभिन्न कमरों में उन्हें भरती कराया गया है. वार्ड में लगे हॉल के बेड को विभिन्न कमरों में शिफ्ट कर छात्राओं को बेड मुहैया कराया गया. बीमार छात्रओं की सहपाठी भी उनका इलाज कर रही हैं. हॉस्टल की इंचार्ज डॉ पूनम हॉस्टल में छात्राओं की देखरेख कर रही हैं.
हाइजेनिक नहीं है मेस
बीमार छात्राओं ने डायरेक्टर डॉ एसके चौधरी को बताया कि मेस में साफ -सफाई का ध्यान नहीं रखा जाता है. इधर डायरेक्टर ने कहा कि खाने की जांच के बाद ही पता चल सकेगा कि आखिर उसमें क्या था जिससे फूड प्वाजनिंग हुई. मेस इंचार्ज रवि शंकर मेहता ने बताया कि छात्रओं की डिमांड पर प्रतिदिन की तहर खीर-पूरी, छोला-भटूरा, इडली चटनी बना कर खाने में दिया गया था.
ये छात्राएं भरती हैं
आकांक्षा, पूजा, मानसी, विनीता, मोनिता, दामिनी, प्रियंका, गीतांजलि, अंशू, प्रीति, पूजा-टू, अनुपमा, सिम्पी, फलक, सोनाली, खुशबू, शालिनी, रूपाली, मानसी, दलजीत, रूही, प्रीति, रीतिका, विनीता किस्कू, प्रेरणा, ऋचा, अमृता किरण तिग्गा शामिल हैं.