नरोदा पाटिया केस में जज को मिल रही धमकी
अहमदाबाद. 2002 के दंगों में नरोदा पाटिया नरसंहार मामले में गुजरात की पूर्व मंत्री व भाजपा नेता माया कोडनानी और बजरंग दल के पूर्व नेता बाबू बजरंगी को सुजा सुनाने वाली जज ज्योत्सना याज्ञनिक को धमकी भरे खत मिल रहे हैं. याज्ञनिक को अभी 22 बार धमकी भरे खत मिल चुके हैं और कई बार […]
अहमदाबाद. 2002 के दंगों में नरोदा पाटिया नरसंहार मामले में गुजरात की पूर्व मंत्री व भाजपा नेता माया कोडनानी और बजरंग दल के पूर्व नेता बाबू बजरंगी को सुजा सुनाने वाली जज ज्योत्सना याज्ञनिक को धमकी भरे खत मिल रहे हैं. याज्ञनिक को अभी 22 बार धमकी भरे खत मिल चुके हैं और कई बार ब्लैंक कॉल्स आये हैं. याज्ञनिक रिटायर हो चुकी हैं और उन्होंने इस बारे में सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित स्पेशल इंवेस्टीगेशन टीम (एसआइटी) को भी जानकारी दे रखी है.62 वर्षीय याज्ञनिक ने बताया कि, हां, मुझे धमकी भरे खत मिल रहे हैं और पत्र लिख कर एसआइटी को इसकी जानकारी दे दी है. हालांकि उन्होंने पत्र में लिखी सामग्री के बारे में कुछ नहीं बताया. वहीं एसआइटी संयोजक और एडीजीपी आशीष भाटिया ने बताया कि, उनकी जानकारी के अनुसार पिछले 6-7 महीनों में किसी जज को धमकी नहीं मिली है. जानकारी के अनुसार जज याज्ञनिक की सुरक्षा व्यवस्था भी जेड से घटा कर वाई की जा चुकी है. उन्होंने सरकार से सुरक्षा बढ़ाने की गुहार भी लगायी थी. एसआइटी संयोजक भाटिया के अनुसार आठ महीने पहले उनकी सुरक्षा को जेड से घटा कर वाई किया गया था. उस समय याज्ञनिक ने सरकार से इसे फिर से बढ़ाने को कहा था. हालांकि यह अपील अभी भी सरकार के सामने पेंडिंग है.गौरतलब है कि नरोदा पाटिया मामले में 29 अगस्त 2012 को फैसला आया था और इसमें माया कोडनानी व बाबू बजरंगी समेत 32 लोगों को सजा सुनाई गयी थी. कोडनानी और बजरंगी को उम्रकैद की सजा सुनाई गयी थी. नरोदा पाटिया नरसंहार में 97 मुसलिमों की जान गयी थी.