भारत-पार्क वार्ता फिर शुरू होने पर ही सुधरेंगे व्यापारिक रिश्ते

एजेंसियां, लखनऊभारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने आतंकवाद को दोनों ही मुल्कों की साझा चुनौती करार देते हुए सोमवार को कहा कि अफगानिस्तान के बाद उनके मुल्क ने ही दहशतगर्दी से सबसे ज्यादा नुकसान उठाया है. हिन्दुस्तान तथा पाकिस्तान के बीच बातचीत दोबारा शुरू किये बगैर दोनों मुल्कों के बीच व्यापारिक संबंधों का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 11, 2015 6:03 PM

एजेंसियां, लखनऊभारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने आतंकवाद को दोनों ही मुल्कों की साझा चुनौती करार देते हुए सोमवार को कहा कि अफगानिस्तान के बाद उनके मुल्क ने ही दहशतगर्दी से सबसे ज्यादा नुकसान उठाया है. हिन्दुस्तान तथा पाकिस्तान के बीच बातचीत दोबारा शुरू किये बगैर दोनों मुल्कों के बीच व्यापारिक संबंधों का सिलसिला मजबूती से आगे नहीं बढ़ सकता. बासित ने उद्योग मंडल ‘फिक्की’ द्वारा यहां आयोजित ‘व्यावसायिक परिचर्चा’ में कहा कि दहशतगर्दी एक बड़ी समस्या है. पिछले 35 वर्षों में पाकिस्तान में आतंकवाद की वारदात में 50 हजार से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं और 100 अरब से ज्यादा का नुकसान हुआ है. दहशतगर्दी भारत और पाकिस्तान दोनों के ही सामने साझा चुनौती है.पाकिस्तानी उच्चायुक्त ने कहा कि अफगानिस्तान के बाद पाकिस्तान को ही आतंकवाद से सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है. जहां तक व्यापारिक रिश्तों का सवाल है, तो वे आपसी बातचीत से ही आगे बढ़ सकते हैं. दोनों मुल्कों के बीच पिछले एक साल से बातचीत बंद है. सिर्फ बातचीत को ही शांति की स्थापना का एकमात्र रास्ता बताते हुए बासित ने कहा कि दहशतगर्दी के मुद्दे पर अगर भारत को कुछ शिकायतें हैं, तो कुछ शिकायतें हमारी भी हैं. इसके लिए उन्होंने एक शेर भी पढ़ा, क्या जरूरी है कि हम हार के जीतें ताबिश, इश्क का खेल बराबर भी तो हो सकता है. बासित ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के व्यापारिक रिश्ते दोनों देशों के राजनीतिक मिजाज में होने वाले बदलावों पर निर्भर करते हैं.

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