राज्य के 68 % ग्रामीण घरों में बिजली नहीं
रांची : झारखंड के लगभग 68 प्रतिशत ग्रामीण घरों में बिजली उपलब्ध नहीं है. यह जानकारी केंद्रीय विद्युत, कोयला और ऊर्जा मंत्रलय के मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) पीयूष गोयल ने सोमवार को राज्यसभा में दी. सांसद परिमल नथवाणी के सवाल पर मंत्री ने बताया कि वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार झारखंड में ग्रामीण घरों की […]
रांची : झारखंड के लगभग 68 प्रतिशत ग्रामीण घरों में बिजली उपलब्ध नहीं है. यह जानकारी केंद्रीय विद्युत, कोयला और ऊर्जा मंत्रलय के मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) पीयूष गोयल ने सोमवार को राज्यसभा में दी. सांसद परिमल नथवाणी के सवाल पर मंत्री ने बताया कि वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार झारखंड में ग्रामीण घरों की कुल संख्या 46, 85, 965 है.
इसमें से 15,14,050 घरों को बिजली दी गयी है. अभी 31,71,915 घरों को विद्युतीकरण में शामिल करना बाकी है. मंत्री ने यह भी बताया कि वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार, देश में बसे गांवों की संख्या 5,97,464 थी. इसमें से 31 मार्च 2015 तक 5,79,012 गांवों का विद्युतीकरण किया गया है. झारखंड में गांवों की संख्या 29,492 है.
इसमें से 28,585 गांव में बिजली है, जबकि 907 गांवों का विद्युतीकरण बाकी है. मंत्री ने भी बताया कि भारत सरकार ने दिसंबर 2014 में 43,033 करोड़ रुपये के साथ दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना (डीडीयूजीजेवाइ) को अनुमोदन प्रदान किया है. इस स्कीम के तहत जनसंख्या मानदंड पर ध्यान दिये बिना, सभी गैर विद्युतीकरण गांवों को विद्युतीकरण करना है.
डीडीयूजीजेवाइ के आरई घटक के तहत झारखंड राज्य में मार्च 2014 में 4,71,972 बीपीएल घरों को नि:शुल्क बिजली कनेक्शन जारी किये जाने को शामिल करते हुए 12 वीं योजना में 17 परियोजनाओं को स्वीकृति दी गयी है. देश में 2013-14 के दौरान 8830 गैर विद्युतीकृत गांवों में विद्युतीकरण के लिए 273 परियोजनाओं को मंजूरी दी गयी थी.