जनता की नहीं, अपनी चिंता ज्यादा

निगम बोर्ड की बैठक. विधायकों की तरह वेतन भत्ते की मांग की पार्षदों ने जनता पानी के लिए कर रही त्रहिमाम, इस पर नहीं हुई चर्चा रांची : राजधानी में पेयजल की किल्लत से जनता हाहाकार कर रही है. पानी के लिए लोग सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन कर रहे हैं. परंतु निगम के जनप्रतिनिधियों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 12, 2015 6:52 AM
निगम बोर्ड की बैठक. विधायकों की तरह वेतन भत्ते की मांग की पार्षदों ने
जनता पानी के लिए कर रही त्रहिमाम, इस पर नहीं हुई चर्चा
रांची : राजधानी में पेयजल की किल्लत से जनता हाहाकार कर रही है. पानी के लिए लोग सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन कर रहे हैं. परंतु निगम के जनप्रतिनिधियों को इनकी चिंता नहीं है.
सोमवार को निगम बोर्ड की बैठक में जल संकट के बजाय पार्षदों ने अपने मानदेय का मुद्दा उठाया. बैठक प्रारंभ होते ही पार्षद उर्मिला यादव ने वेतन भत्ते को लेकर सरकारी निर्देश पर चर्चा कराने की मांग की. उन्होंने कहा कि पहले इसकी चर्चा होनी चाहिए, उसके बाद ही किसी दूसरे मुद्दे को उठाया जाये.
पार्षद के सवाल पर नगर आयुक्त प्रशांत कुमार ने कहा कि सरकार ने संकल्प जारी किया है कि अब नगर निकायों के जन प्रतिनिधियों को उनके मानदेय का भुगतान संबंधित नगर निकाय ही करेंगे.
इसमें सरकार कुछ मदद नहीं करेगी. पार्षदों ने प्रस्ताव दिया कि जब निगम को ही वेतन का भुगतान करना है फिर पार्षदों का वेतन 15 हजार, डिप्टी मेयर का वेतन 20 हजार व मेयर का वेतन 25 हजार रुपये किया जाये. इस पर नगर आयुक्त ने कहा कि निगम की आर्थिक स्थिति किसी से छुपी नहीं है. अत: ऐसा प्रस्ताव स्वीकृत न करें, जिससे निगम वेतन देने की स्थिति में ही न रहे. इस पर पार्षदों ने कहा कि उनको प्रतिदिन दो दर्जन से अधिक लोगों को चाय नाश्ता कराना पड़ता है. क्षेत्र का भ्रमण करना पड़ता है.
इसलिए तीन हजार अतिथि सत्कार भत्ता व पांच हजार ट्रेवेल अलाउंस दिया जाये. इस पर नगर आयुक्त ने कहा कि वे सरकार से मार्गदर्शन मांगेंगे. पार्षदों ने कहा कि जब सरकार उनको वेतन ही नहीं दे रही है फिर सरकार से मार्गदर्शन मांगने का औचित्य क्या है.
मनोरंजन कर लेगा निगम : रांची नगर निगम अब जेएससीए स्टेडियम से मनोरंजन कर के रूप में टिकट बिक्री का पांच प्रतिशत शुल्क लेगा. सोमवार को निगम बोर्ड की बैठक में उक्त प्रस्ताव को मंजूरी दी गयी.
बैठक में मेयर आशा लकड़ा, डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय, अपर नगर आयुक्त ओमप्रकाश, उप नगर आयुक्त ज्ञानेंद्र कुमार, कार्यपालक पदाधिकारी रामकृष्ण कुमार, हेल्थ ऑफिसर अजय मांझी, चीफ इंजीनियर सुरेश पासवान व अन्य उपस्थित थे.
रंजीत सिंह कोहली के पास नहीं है एसी, फ्रिज व वाशिंग मशीन!
रांची. सोमवार को निगम बोर्ड की बैठक में वार्ड नं 27 की पार्षद साजदा खातुन ने राज्य सरकार द्वारा किये जा रहे सामाजिक आर्थिक जनगणना पर सवाल खड़े किये. पार्षद ने रंजीत सिंह कोहली व उनकी मां कौशल रानी का सर्वे फॉर्म निगम बोर्ड के समक्ष पेश किया.
पार्षद ने कहा कि इस सर्वे में लिखा है कि रंजीत सिंह कोहली के पास न तो चार पहिया वाहन है और न ही घर में फ्रिज, वॉशिंग मशीन या एसी. कोहली ने अपनी संपत्ति में केवल एक मोटरसाइकिल बतायी है.
ऐसे में इस सर्वे पर सवाल उठ रहा है. रद्द करने की मांग सरकार से की जाये. इस पर नगर आयुक्त ने कहा कि दुनिया में ऐसा एक भी सर्वे नहीं है, जो शत प्रतिशत परफेक्ट हुआ हो. सर्वे में कुछ गड़बड़ी है तो उसमें संशोधन के लिए सरकार को लिखा जायेगा.

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