मनरेगा के मेठ के नाम पर 56 हजार की फर्जी निकासी

छह माह से गांव से बाहर है मेठमनरेगा के लोकायुक्त से जांच की मांगमांडऱ मांडर प्रखंड में मनरेगा के क्रियान्वयन में बरती जा रही अनियमितता अब सामने आने लगी है. यहां मनरेगा के सिंचाई कूप के लाभुक सह मेठ के छह माह से गांव से बाहर रहने के बावजूद कुएं की खुदाई में मजदूरी व […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 12, 2015 6:03 PM

छह माह से गांव से बाहर है मेठमनरेगा के लोकायुक्त से जांच की मांगमांडऱ मांडर प्रखंड में मनरेगा के क्रियान्वयन में बरती जा रही अनियमितता अब सामने आने लगी है. यहां मनरेगा के सिंचाई कूप के लाभुक सह मेठ के छह माह से गांव से बाहर रहने के बावजूद कुएं की खुदाई में मजदूरी व मेटेरियल के भुगतान के नाम पर लगभग 56 हजार रुपये की निकासी का मामला सामने आया है. मामले की जानकारी मिलने पर भाजयुमो के ग्रामीण जिला मंत्री कृष्ण मोहन कुमार ने इस फर्जीवाड़े की जांच के लिए मंगलवार को मनरेगा के लोकायुक्त लक्ष्मीकांत के पास लिखित शिकायत दर्ज करायी है. मामला महुआजाड़ी पंचायत के दरजी जाड़ी गांव का है़ जानकारी के अनुसार, यहां वर्ष 2014-15 मे सुरेश मिंज नामक व्यक्ति को मनरेगा का सिंचाई कूप (योजना कोड 1415040261) आवंटित हुआ. सुरेश मिंज इस सिंचाई कूप का मेठ भी है़ बताया जा रहा है कि सुरेश मिंज सपरिवार छह माह पूर्व ही रोजगार की तलाश में दूसरे राज्य चला गया है़ उसके गांव से बाहर रहने के बावजूद उसके कुएं के नाम पर पिछले 25 मार्च को मेटेरियल व मजदूरी भुगतान के नाम पर 56 हजार 236 रुपये की निकासी कर ली गयी है. मामले की जानकारी मिलने के बाद कृष्ण मोहन कुमार ने दरजीजाड़ी गांव जाकर सुरेश मिंज की मां जीतन भगताइन से भी बात की़ जीतन भगताइन ने उन्हें बताया कि उसके पति पंचु भगत, पुत्र सुरेश मिंज व बहू अगहन माह में ही रोजगार की तलाश में दूसरे राज्य चले गये हैं. कृष्ण मोहन कुमार के अनुसार, उन्होंने इसकी सूचना उपायुक्त के अलावा मांडर के बीडीओ को भी दी है

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