हाइवोल्टेज तार के नीचे पढ़ते हैं 262 बच्चे …ओके

फोटो 1 – विद्यालय के ऊपर से गुजरा बिजली का तार. डकरा /मैक्लुस्कीगंज. उत्क्रमित मध्य विद्यालय भुइयांटोली हेसालौंग के भवन के ऊपर से 11 हजार वोल्ट का तार गुजरा है. जिस समय स्कूल भवन बन रहा था, उस समय कई अभिभावकों व शिक्षकों ने तार को लेकर आपत्ति जतायी थी. उस वक्त तार के नीचे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 12, 2015 7:03 PM

फोटो 1 – विद्यालय के ऊपर से गुजरा बिजली का तार. डकरा /मैक्लुस्कीगंज. उत्क्रमित मध्य विद्यालय भुइयांटोली हेसालौंग के भवन के ऊपर से 11 हजार वोल्ट का तार गुजरा है. जिस समय स्कूल भवन बन रहा था, उस समय कई अभिभावकों व शिक्षकों ने तार को लेकर आपत्ति जतायी थी. उस वक्त तार के नीचे जाली लगाने की बात कह कर मामले को दबा दिया गया. स्कूल भवन निर्माण के सात साल बाद भी तार के नीचे जाली नहीं लगायी गयी. स्कूल के प्राचार्य त्रिलोकी प्रसाद ने बताया कि 22 अगस्त 2014 को बीडीओ, 25 अगस्त 2014 को बीइइओ, 23 अगस्त 2014 को मुखिया, 19 सितंबर 2014 को क्षेत्रीय शिक्षा पदाधिकरी मांडर तथा छह मई 2015 को मौखिक रूप से बीइइओ को उक्त समस्या से अवगत कराया गया था. बिजली विभाग को भी कई बार लिख कर दिया गया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. स्कूल में 262 विद्यार्थी अध्ययनरत है. इसके अलावे चार शिक्षक व मध्याह्न भोजन योजना से जुड़े पांच लोग प्रतिदिन स्कूल में छह घंटे उक्त तार के नीचे गुजारते हैं.

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