रांची: सफलता के घोड़े पर सवार आइएसएम के तीन छात्र कौस्तव दिप्ता पाणि, प्रतीक सारस्वत व सूरज सिंह ने इतिहास रच डाला. ग्लोबल पेट्रोलिएम कंपनी स्लमबजर्र में इन छात्रों को 58 लाख का सालाना पैकेज दिया है. यह आइएसएम के इतिहास में अब तक सर्वाधिक है. इनमें सूरज सिंह का ताल्लुक बोकारो जिले के गोमिया से हैं. इसके पूर्व कंप्यूटर साइंस की छात्र रचना नंदन को सर्च इंजन गूगल ने 2012 में ही 56 लाख का पैकेज दिया था.
इंटरनेशनल जॉब मार्केट में डिमांड : प्लेसमेंट की सूचना मंगलवार को प्रबंधन का पास पहुंची है. संस्थान के ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट इंचार्ज प्रो. वीपी शर्मा ने यह जानकारी दी. उन्होंने कहा- यह संस्थान के लिए बेहद गौरव की बात है. उनकी सफलता से न सिर्फ संस्थान की साख बढ़ी है, बल्कि यह भी साबित हो गया है कि इंटरनेशनल जॉब मार्केट में आइएसएम के छात्रों की कितनी डिमांड है. स्लमबजर्र के अलावा कई और बड़ी कंपनियों को आइएसएम छात्रों की तलाश है.
कहां हुई है पोस्टिंग : कौस्तव दिप्ता पाणि बहरीन, प्रतीक सारस्वत यूएसए व सूरज सिंह की यूएइ ( संयुक्त अरब अमीरात) में पोस्टिंग हुई है. इन्हें इंटरनेशनल प्रोजेक्ट में काम करने का मौका मिलेगा. पे पैकेज में टीए, डीए व अन्य सुविधाएं शामिल हैं. तीनों अपने बैच के मेधावी छात्र रहे हैं. प्रो. शर्मा ने कहा- हम अपने छात्रों को इंटरनेशनल एक्सपोजर के लिए तैयार करते हैं. क्लास रूम के साथ-साथ इन्हें फील्ड ट्रेनिंग भी दी जाती है. प्लेसमेंट में यह उनके लिए बेहद कारगर साबित होता है. स्लमबजर्र के अलावा टाटा स्टील ने 11, शेल ने तीन छात्रों का प्लेसमेंट किया है. कई और कंपनियां भी कतार में हैं. इनमें सॉफ्टवेट पहली बार आइएसएम आ रही हैं. इसके अलावा एमेजन, माइक्रोसॉफ्ट ने भी आने की सूचना दी है. 24 सितंबर से प्लेसमेंट का दौर फिर शुरू होगा. इस बार इसके बेहतर होने की उम्मीद जतायी जा रही है.