लुप्तप्राय जनजातियों को मुख्यधारा से जोड़ने की योजना, जनजातीय बटालियन का गठन होगा
रांची: झारखंड में शीघ्र जनजातीय बटालियन का निर्माण होगा. झारखंड देश का दूसरा राज्य होगा, जहां जनजातीय बटालियन का गठन किया जायेगा. अभी सिर्फ छत्तीसगढ़ में जनजातीय बटालियन है. झारखंड में जनजातियों के दो बटालियन होंगे. इसमें आठ कंपनी होंगी. पहली बटालियन में साधारण जवानों की बहाली की जायेगी, जबकि दूसरी बटालियन में इंजीनियर स्तर […]
रांची: झारखंड में शीघ्र जनजातीय बटालियन का निर्माण होगा. झारखंड देश का दूसरा राज्य होगा, जहां जनजातीय बटालियन का गठन किया जायेगा. अभी सिर्फ छत्तीसगढ़ में जनजातीय बटालियन है. झारखंड में जनजातियों के दो बटालियन होंगे. इसमें आठ कंपनी होंगी. पहली बटालियन में साधारण जवानों की बहाली की जायेगी, जबकि दूसरी बटालियन में इंजीनियर स्तर के जवानों की बहाली होगी. इसकी नियुक्ति की प्रक्रिया शीघ्र शुरू की जायेगी. इसका खाका तैयार कर लिया गया है. इस बटालियन में आदिम जनजाति, जिसमें पहाड़िया, बिरहोर व लुप्त प्राय जनजाति आते हैं, को शामिल किया जायेगा.
पहाड़िया जनजाति की अधिकता संथाल परगना में है, जबकि बिरहोर की अधिकता दक्षिण पलामू, लातेहार व गुमला में है. सरकार की योजना लुप्त प्राय इन जनजातियों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने की है. इसके लिए पुलिस मुख्यालय ने सरकार के पास प्रस्ताव भेज दिया है और उस पर मुहर भी लग गयी है. जन जातीय बटालियन आइआरबी के तहत होगी. अभी राज्य में आइआरबी के छह बटालियन कार्यरत हैं. आइआरबी में केंद्र व राज्य सरकार की मिली जुली फोर्स है.
दो बटालियन में 1000 जवानों की होगी बहाली
जन जातीय बटालियन के दो बटालियन में 1000 जवान नियुक्त होंगे. साधारण बटालियन के जवानों के लिए बहाली की योग्यता सातवीं पास होगी. जबकि इंजीनियरिंग बटालियन की योग्यता अभी तय नहीं की गयी है. दोनों बटालियन में बहाली की आयु शीघ्र तय की जायेगी. इंजीनियरिंग बटालियन में शामिल जवानों को नक्सल इलाकों में सड़क, पुल सहित अन्य विकास कार्य में लगाया जायेगा. सड़क पुल बनाने में वे स्वयं भागीदार बनेंगे. वे सड़क, पुल बनायेंगे और स्वयं सुरक्षा भी करेंगे. यह आइआरबी की विशिष्ट कंपनी होगी. वरीय पुलिस अधिकारी के अनुसार, जन जातीय बटालियन में बहाली के लिए आदिवासी कल्याण विभाग के पदाधिकारियों से भी राय ली जायेगी. उसके बाद इसकी रूप रेखा तैयार की जायेगी.
‘पुलिस मुख्यालय ने जन जातीय बटालियन के लिए रूप रेखा तैयार कर ली है. प्रस्ताव सरकार को भेज दिया गया है. सरकार की ओर से लगभग हरी झंडी मिल गयी है. छत्तीसगढ़ से इस बटालियन के मॉडल का अध्ययन कर शीघ्र ही बहाली की प्रक्रिया शुरू की जायेगी.’
कमल नयन चौबे, प्रभारी डीजीपी सह एडीजी जैप