राजधानी पहुंचे कई दलों के नेता, पक्ष-विपक्ष में चले तीर

बुधवार को राजधानी में राजनीतिक सरगरमी तेज रही. राजनीतिक गतिविधियों के बीच सियासी उफान भी दिखा. कांग्रेस, भाजपा, वामदल के राष्ट्रीय नेता रांची पहुंचे. पक्ष-विपक्ष के तरकस से आरोप-प्रत्यारोप के तीर चले. कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव गोगोइ रांची पहुंचे और मोदी सरकार पर हमला बोला. वहीं युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमरेंद्र सिंह राजा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 21, 2015 3:14 AM
बुधवार को राजधानी में राजनीतिक सरगरमी तेज रही. राजनीतिक गतिविधियों के बीच सियासी उफान भी दिखा. कांग्रेस, भाजपा, वामदल के राष्ट्रीय नेता रांची पहुंचे. पक्ष-विपक्ष के तरकस से आरोप-प्रत्यारोप के तीर चले.
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव गोगोइ रांची पहुंचे और मोदी सरकार पर हमला बोला. वहीं युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमरेंद्र सिंह राजा ने संगठन के पदाधिकारियों के साथ बैठक की और केंद्र सरकार पर बरसे. भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विनय सहस्त्रबुद्धे भी रांची में थे. वह सांगठनिक कामकाज से रांची पहुंचे थे. माकपा पोलित ब्यूरो की सदस्य वृंदा करात भी रांची में मौजूद थीं.
जन कल्याण पर्व 26 से 31 मई तक
रांची : भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विनय सहस्त्रबुद्धे ने कहा कि केंद्र सरकार के एक वर्ष पूरा होने पर पार्टी जन कल्याण पर्व मनायेगी. इसके तहत देशभर में 26 से 31 मई तक कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे. पार्टी के मंत्री, सांसद व विधायकों के अलावा भाजपा शासित प्रदेशों के मंत्री भी जनता के बीच जाकर केंद्र सरकार की उपलब्धियों के बारे में लोगों को जानकारी देंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 मई को पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जन्म स्थली मथुरा में सभा को संबोधित करेंगे. राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह 26 मई को करनाल में, केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह कोलकाता, केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली अहमदाबाद, सुषमा स्वराज विदिशा, नितिन गडकरी पटना, वेंकैया नायडू पुणो, अनंत कुमार रांची और जमशेदपुर में सभा को संबोधित करेंगे. श्री सहस्त्रबुद्धे ने पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि केंद्र सरकार के एक वर्ष के कार्यकाल में कई जनकल्याणकारी योजनाओं की शुरुआत हुई है. कुछ वादे पूरे हुए हैं.
प्रधानमंत्री जन-धन योजना की शुरुआत की गयी है. इसके तहत 15 करोड़ खाते खोले गये. प्रधानमंत्री बीमा योजना, पेंशन योजना, सुरक्षा योजना भी शुरू की गयी है. किसानों के लिए मुआवजा राशि बढ़ायी गयी है. कौशल विकास के कई कार्यक्रम शुरू किये गये हैं, ताकि लोगों को रोजगार मिल सके.
उद्योगपतियों की सरकार : गोगोई
रांची : कांग्रेस के केंद्रीय प्रवक्ता और असम के सांसद गौरव गोगोई ने नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ मोरचा खोलते हुए कहा है कि केंद्र में सूट-बूट वाली सरकार चल रही है. अच्छे दिन लाने की बात करनेवाले नरेंद्र मोदी ने किसान-गरीबों का चैन छीन लिया. चंद उद्योगपतियों के लिए काम कर रहे हैं. झूठ की राजनीति कर रहे हैं. प्रधानमंत्री ने विदेशों में अपने बयान से भारत की गरिमा को ठेस पहुंचायी है.
उनसे अपेक्षा थी कि वह विदेश की धरती पर भारत को सम्मान दिलायेंगे, लेकिन ऐसा नहीं किया. विदेशों में शेल्फी लेकर खुद की मार्केटिंग कर रहे हैं. विदेश दौरा में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को नहीं ले जाते, लेकिन उद्योगपति अडाणी को ले जाना नहीं भूलते. पूरे देश में इन्हें अडाणी ही एक मात्र उद्योगपति दिख रहे हैं. राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री गोगोइ बुधवार को पार्टी कार्यालय में पत्रकारों के साथ बात कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि एक वर्ष के दौरान भाजपा सरकार ने कोई सफलता हासिल नहीं की है. इस सरकार की एकमात्र नीति है कि कॉरपोरेट का साथ खुद का विकास. मोदी सरकार ने पिछले एक साल के दौरान सामाजिक क्षेत्र में होने वाले कार्यो के लिए खर्च में निर्दयता से 175122 करोड़ रुपये की कटौती की है. सामाजिक क्षेत्र की योजनाओं में 66222 करोड़ और बीआरजीएफ में 5900 करोड़ रुपये की कटौती की गयी है. सांसद श्री गोगोइ ने कहा कि देश में कृषि क्षेत्र का विकास होना चाहिए था, लेकिन उद्योगपतियों के लिए जमीन लेने के लिए अध्यादेश लाया जा रहा है.
राष्ट्रीय कृषि विकास योजना में 7426.50 करोड़ और सिंचाई योजना में 8152.22 करोड़ रुपये की कटौती कर दी गयी. बजट से ही इस सरकार की नीतियों का पता चलता है. पंचायती राज, महिला सशक्तीकरण, अनुसूचित जाति और जनजाति के कल्याण के लिए सरकार ने करोड़ों रुपये की कटौती कर दी. केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ उनके मंत्री मेनका गांधी ने ही शिकायत पत्र भेजा था. नेशनल हेल्थ मिशन में 3650 करोड़ रुपये की कटौती कर दी गयी.
श्री गोगोई ने कहा कि नरेंद्र मोदी ने बड़ी शान से स्वच्छता अभियान चलाया था. फिल्म कलाकारों के साथ तसवीर खिंचाई थी, लेकिन इस सरकार को स्वच्छ भारत मिशन की ही चिंता नहीं है.
इसके लिए 9025 करोड़ रुपये का फंड कम कर दिया. श्री गोगोई ने कहा कि कांग्रेस विपक्ष की जिम्मेवारी निभा रही है. हम मोदी सरकार से अपने काम का रिपोर्ट कार्ड जारी करने की मांग करते हैं. संवाददाता सम्मेलन में पार्टी अध्यक्ष सुखदेव भगत, विधायक दल के नेता आलमगीर आलम, शमशेर आलम, रवींद्र सिंह आदि मौजूद थे.
असम के प्रदेश अध्यक्ष पर नियम संगत कार्रवाई होगी
यह पूछे जाने पर कि असम के कांग्रेस अध्यक्ष का नाम शारधा चिट फंड घोटाले में आया है. उन्होंने कहा कि पार्टी उन पर कार्रवाई करेगी. श्री गोगई ने कहा कि अभी इस प्रकरण में जांच चल रही है. सभी लोग घोटाले में शामिल नहीं हैं. जांच का अपना दायरा है. प्रदेश अध्यक्ष जांच टीम को पूरी मदद कर रहे हैं. अगर वे शामिल होते, तो जांच में मदद नहीं करते. कानून अपना काम कर रहा है. जांच पूरी होने के बाद अगर वह दोषी पाये गये, तो कार्रवाई होगी.

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