ग्रामीण सड़कों की नहीं होती जांच

कागज में ही बनता है जांच दल, कार्रवाई नहीं मनोज लाल रांची : ग्रामीण सड़कों की अनियमितताओं की जांच नहीं होती है. अनियमितताओं को लेकर कई बार जांच दल बना, पर उसकी रिपोर्ट का कोई पता ही नहीं चला. कई मामलों में जांच दल कागजों पर ही रह गया. उसने अनियमितताओं की जांच ही नहीं […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 26, 2015 6:07 AM
कागज में ही बनता है जांच दल, कार्रवाई नहीं
मनोज लाल
रांची : ग्रामीण सड़कों की अनियमितताओं की जांच नहीं होती है. अनियमितताओं को लेकर कई बार जांच दल बना, पर उसकी रिपोर्ट का कोई पता ही नहीं चला. कई मामलों में जांच दल कागजों पर ही रह गया.
उसने अनियमितताओं की जांच ही नहीं की. इस वजह से न तो गड़बड़ी करनेवालों पर कार्रवाई हुई और न ही योजनाओं की स्थिति ही सुधरी. हाल ही में पांच मई को चार योजनाओं की जांच के लिए टीम बनी थी. इन्हें अधिकतम 10 दिनों में जांच कर रिपोर्ट देने का आदेश दिया गया था. 10 दिन 15 मई को ही बीत गये, पर इसकी रिपोर्ट का अता-पता ही नहीं है.वहीं इन मामलों में कार्रवाई की भी सूचना नहीं है.
विधानसभा में उठे मामले की भी करनी थी जांच : सबसे दिलचस्प बात यह है कि विधानसभा में बजट सत्र के दौरान ध्यानाकर्षण में गुमला जिले की छह योजनाओं में अनियमितता पर सवाल उठा था. इसकी जांच के लिए विशेष टीम का गठन किया गया था.
इसके तहत इन छह योजनाओं के साथ ही अन्य छह योजनाओं की भी जांच कराने का फैसला लिया गया था. इसके लिए तीन जांच दलों का गठन किया गया था. 28 अप्रैल को जांच दल बना था. उसे दो मई तक रिपोर्ट देनी थी. अब तक इन मामलों में जांच रिपोर्ट सामने नहीं आयी है और न ही कार्रवाई का ही कोई अता-पता है.

Next Article

Exit mobile version