राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय ख्याति के कई वैज्ञानिक, पर्यावरणविद व विशेषज्ञ करेंगे शिरकत

रांची : पर्यावरण संरक्षण में लोक उपक्रमों की भूमिका विषय पर सम्मेलन 29 मई को होगा. पर्यावरण के क्षेत्र में कार्यरत संस्था युगांतर भारती, सिदरौल नामकुम के तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम का उदघाटन केंद्रीय जल संसाधन, नदी विकास व गंगा जीवंतता मंत्री उमा भारती करेंगी. केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर अपने व्यस्त कार्यक्रम के कारण […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 29, 2015 5:53 AM
रांची : पर्यावरण संरक्षण में लोक उपक्रमों की भूमिका विषय पर सम्मेलन 29 मई को होगा. पर्यावरण के क्षेत्र में कार्यरत संस्था युगांतर भारती, सिदरौल नामकुम के तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम का उदघाटन केंद्रीय जल संसाधन, नदी विकास व गंगा जीवंतता मंत्री उमा भारती करेंगी.
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर अपने व्यस्त कार्यक्रम के कारण रांची नहीं आ रहे हैं. युगांतर भारती से संबद्ध खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय ने गुरुवार को डोरंडा स्थित अपने आवास पर आयोजित संवाददाता सम्मेलन में बताया कि सम्मेलन में राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय ख्याति के कई वैज्ञानिक, पर्यावरणविद व विशेषज्ञ शिरकत करेंगे.
पद्मश्री एसइ हसनैन, पर्यावरण विशेषज्ञ तथा सर्वोच्च न्यायालय के वरीय अधिवक्ता एमसी मेहता, वन्य प्राणी विशेषज्ञ डॉ आरके सिंह, सुप्रसिद्ध पर्यावरणविद तथा यूएनओ के इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर के एशिया-पैसेफिक प्रमुख डॉ पीआर सिन्हा, नॉर्थ इस्ट हिल यूनिवर्सिटी के प्रो आरएन शरण तथा जुलोजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के बिहार-झारखंड क्षेत्र प्रमुख डॉ गोपाल शर्मा रांची पहुंच चुके हैं. जल पुरुष राजेंद्र सिंह 29 मई की सुबह रांची पहुंचेंगे. केंद्रीय मंत्री उमा भारती भी शुक्रवार की सुबह पटना से रांची पहुंच रही हैं. सांसद निशिकांत दुबे भी कार्यक्रम में शामिल होंगे.
सम्मेलन में राज्य के सभी जिलों की सिविल सोसाइटी व अन्य संगठनों के प्रतिनिधि, सामाजिक-राजनीतिक कार्यकर्ता, प्रशासनिक अधिकारी, शिक्षक, डॉक्टर, अधिवक्ता व विद्यार्थियों सहित दामोदर, सुवर्णरेखा व सोन नदी के तट पर बसे लोग तथा सारंडा क्षेत्र के वनवासी भी भाग लेंगे.
कार्यक्रम स्थल पर पर्यावरण से संबंधित प्रदर्शनी भी लगायी जायेगी. वहीं, युगांतर आर्ट्स एंड कल्चर फाउंडेशन की ओर से लगाये गये 10 दिवसीय मदर अर्थ विजुअल आर्ट कैंप की ओर से तैयार की गयी कलाकृतियों का भी प्रदर्शन होगा.
संस्थान पुनर्जीवित होगा
मंत्री सरयू राय ने कहा है कि वर्ष 1989-90 में पटना में बनायी गयी संस्था रिसोर्स एंड इनवायरमेंट मैनेजमेंट पॉलिसी इंस्टीटय़ूट को पुनर्जीवित किया जायेगा. श्री राय इस संस्था के सचिव रहे हैं. संस्था के नौ सदस्य में से छह अभी जीवित हैं., वहीं इनमें से पांच सदस्य सक्रिय हैं.
श्री राय के अलावा एम कुमार, पीआर सिन्हा, ए सिंह व डॉ बीएन सिंह इनमें शामिल हैं. संवाददाता सम्मेलन में श्री राय ने बताया कि संस्था को जीवित कर इसके पुनर्गठन का निर्णय लिया गया है. उन्होंने गंगा दशहरा के अवसर पर संस्था को फिर से सक्रिय करने की घोषणा की.
युगांतर भारती की गतिविधियों का संचालन भी संस्था ही करेगी. संस्था विभिन्न नीतियों व विकास कार्यो के पर्यावरण पर प्रभाव का अध्ययन करेगी. पर्यावरण के अनुकूल नीतियां तथा प्राकृतिक संसाधनों के दोहन की सीमा संबंधी सुझाव देना भी इसका काम होगा.

Next Article

Exit mobile version