गड़बड़ी की जांच के लिए राज्य स्तरीय टीम बने : मंत्री
रांची : राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा ने कहा है कि जिलों में गड़बड़ी की जांच के लिए राज्य स्तर पर एक टीम गठित की जाये.उन्होंने जिलों को काम के लिए लक्ष्य देने को कहा है. इसी के तहत काम कराने को कहा है. वहीं, मनरेगा मजदूरों की न्यूनतम मजदूरी 162 रुपये […]
रांची : राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा ने कहा है कि जिलों में गड़बड़ी की जांच के लिए राज्य स्तर पर एक टीम गठित की जाये.उन्होंने जिलों को काम के लिए लक्ष्य देने को कहा है. इसी के तहत काम कराने को कहा है. वहीं, मनरेगा मजदूरों की न्यूनतम मजदूरी 162 रुपये को बढ़ाने के मामले में कहा कि वह इस पर सरकार से वार्ता करेंगे.
मनरेगा आयुक्त ने कहा कि अभी न्यूनतम मजदूरी 187 रुपये है, जबकि मनरेगा की न्यूनतम मजदूरी 162 रुपये है. ऐसे में मनरेगा के काम से मजदूर दूर भाग रहे हैं. मंत्री गुरुवार को राज्य स्तरीय निगरानी एवं अनुश्रवण समिति की बैठक कर रहे थे. बैठक में मंत्री ने पूर्व बैठक की कार्रवाई की जानकारी मांगी.
इस पर मनरेगा आयुक्त ने बताया कि पूर्व की बैठक में चतरा जिले के तत्कालीन उपायुक्त पूजा सिंघल पर कार्रवाई की बात की गयी थी.
इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई कर कार्मिक विभाग को संचिका भेज दी गयी है. बैठक में समिति के सदस्य के रूप में विधायक सत्येंद्र नाथ तिवारी, अशोक प्रसाद, मनीष जायसवाल, योगेश्वर महतो शामिल हुए.
वहीं सांसद धीरज साहू, रामटहल चौधरी, प्रेमचंद गुप्ता, शिबू सोरेन, कड़िया मुंडा, बीडी राम, रवींद्र पांडेय में से एक भी सांसद नहीं पहुंचे. मौके पर मनरेगा आयुक्त विजय कुमार सिंह सहित ग्रामीण विकास के सभी अफसर उपस्थित थे.