दामोदर नदी के सूख जाने से लोग हलकान…ओके
तस्वीर 01 दामोदर के क्षतिग्रस्त पुल के बगल में निर्माणाधीन पुल 02 सूखी धारा में जमी कोयले की काली परतपिपरवार. कोयलांचल की जीवन रेखा कहे जानेवाले देवनद दामोदर के सूख जाने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इस भीषण गरमी में मनुष्य ही नहीं पशु-पक्षी भी पानी की तलाश में इधर-उधर […]
तस्वीर 01 दामोदर के क्षतिग्रस्त पुल के बगल में निर्माणाधीन पुल 02 सूखी धारा में जमी कोयले की काली परतपिपरवार. कोयलांचल की जीवन रेखा कहे जानेवाले देवनद दामोदर के सूख जाने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इस भीषण गरमी में मनुष्य ही नहीं पशु-पक्षी भी पानी की तलाश में इधर-उधर भटक रहे हैं. गंगा दशहरा के मौके पर पूजा-अर्चना करने के लिए गुरुवार को अशोक परियोजना कार्यालय के समीप दामोदर नदी में कृत्रिम तरीके से पानी प्रवाहित की गयी थी. दामोदर नदी प्रदूषण की चपेट में है. पिपरवार प्रबंधन द्वारा नदी के बीच में डायवर्सन बना कर कोयले की ढुलाई की जा रही है. ऐसा करने से सामान्य दिन में नदी का प्रवाह अवरुद्ध हो जाता है. दामोदर बचाओं अभियान की अगुवाई कर रहे वरिष्ठ भाजपा नेता सह मंत्री सरयू राय ने दो साल पूर्व उक्त मामले को गंभीरता से उठाया था. उक्त मामले में पीएलआइ तक दायर करायी जा चुकी है.