सुनील कुमार झा (रांची). झारखंड के स्कूलों में राष्ट्रीय औसत की तुलना में ओबीसी बच्चों की संख्या अधिक है, तो वहीं सामान्य वर्ग के बच्चों की संख्या राष्ट्रीय औसत की तुलना में कम है. केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार, झारखंड के स्कूलों में नामांकित बच्चों में 46.9 फीसदी बच्चे ओबीसी वर्ग के हैं, जबकि राष्ट्रीय स्तर पर यहां ओबीसी बच्चों का प्रतिशत 45.2 है. वहीं देश भर के स्कूलों में औसतन नामांकित सामान्य वर्ग के विद्यार्थियों की संख्या 26.9 फीसदी है, जबकि झारखंड के स्कूलों में 13 फीसदी सामान्य वर्ग के बच्चे नामांकित हैं.
झारखंड के स्कूलों में वर्ष 2023-24 में सामान्य वर्ग के बच्चों की संख्या बढ़ी
वर्ष 2022-23 की तुलना में झारखंड के स्कूलों में वर्ष 2023-24 में सामान्य वर्ग के बच्चों की संख्या बढ़ी है, जबकि ओबीसी बच्चों की संख्या कम हुई है. वर्ष 2022-23 में झारखंड के स्कूलों में सामान्य वर्ग के बच्चों की संख्या 11.1% व ओबीसी वर्ग के बच्चों की संख्या 48.5% थी. ऐसे में सामान्य वर्ग के बच्चों की संख्या में दो फीसदी की बढ़ोतरी, तो ओबीसी बच्चों की संख्या में लगभग दो फीसदी की कमी आयी है.27% एसटी तो 12% एससी बच्चे नामांकित
रिपोर्ट के अनुसार, राज्य के स्कूलों में 27.4 फीसदी अनुसूचित जनजाति तो 12.7 फीसदी अनुसूचित जाति के बच्चे नामांकित हैं. वर्ष 2022-23 की तुलना में वर्ष 2023-24 में एससी, एसटी बच्चों की संख्या में कोई खास बदलाव नहीं हुआ है. राष्ट्रीय स्तर पर स्कूलों में 18 फीसदी एससी व 9.9 फीसदी एसटी कोटि के बच्चे नामांकित है.
देश में 15.8 तो झारखंड में 14.7% मुस्लिम बच्चे
देश के स्कूलों में औसतन 15.8 फीसदी मुस्लिम बच्चे नामांकित है. झारखंड के स्कूलों में पढ़ने वाले मुस्लिम बच्चों की संख्या 14.7 फीसदी है. राज्य के स्कूलों में मुस्लिम बच्चों की संख्या में कोई खास बदलाव नहीं हुआ है. वर्ष 2022-23 की रिपोर्ट के अनुसार, झारखंड में कुल 14.4 फीसदी मुस्लिम बच्चे नामांकित थे.
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