सरकारी स्कूल के छात्रों को मिलेगी आइआइटी, मेडिकल की कोचिंग
फोटो अमित दास संवाददाता रांची मानव संसाधन विभाग की सचिव आराधना पटनायक ने कहा कि हर जिले में सरकारी स्कूल के प्रतिभावान विद्यार्थियों के लिए कोचिंग सेंटर खोले जायेंगे. इसमें आइआइटी, मेडिकल, लॉ, मैनेजमेंट व बैंकिंग परीक्षाओं की तैयारी करायी जायेगी. राज्य के पांचों विश्वविद्यालयोें में भी एक- कोचिंग सेंटर खोलने की योजना है. वह […]
फोटो अमित दास संवाददाता रांची मानव संसाधन विभाग की सचिव आराधना पटनायक ने कहा कि हर जिले में सरकारी स्कूल के प्रतिभावान विद्यार्थियों के लिए कोचिंग सेंटर खोले जायेंगे. इसमें आइआइटी, मेडिकल, लॉ, मैनेजमेंट व बैंकिंग परीक्षाओं की तैयारी करायी जायेगी. राज्य के पांचों विश्वविद्यालयोें में भी एक- कोचिंग सेंटर खोलने की योजना है. वह सोमवार को तकनीकी शिक्षा संस्थान प्रवेश परीक्षा शिक्षक उन्मुखीकरण कार्यशाला के समापन के मौके पर बोल रही थीं. आयोजन उर्सुलाइन इंटर कॉलेज में किया गया. सरकारी स्कूल के शिक्षकों की बड़ी भूमिका उन्होंने कहा कि राज्य के 50 लाख बच्चे 40,000 सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे हैं, जबकि निजी स्कूलों की संख्या लगभग 3500 है. सरकारी स्कूल के शिक्षकों को बड़ी भूमिका निभानी है. ये स्कूल गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मुहैया कराने के मामले में पिछड़ रहे हैं. सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे भी प्रतिभावान हैं. बस उन्हें प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है. उन्हें भी समान अवसर मिले. उनके लिए भी विकल्प व्यवस्था होनी चाहिए. एमआर रॉय ने कहा कि शिक्षक अपने कार्य को सिर्फ नौकरी की तरह न लें. जेवीएम श्यामली के प्राचार्य एके सिंह ने कहा कि अच्छे शिक्षकों को उत्प्रेरक की भूमिका निभानी चाहिए. जैक के अध्यक्ष आनंद भूषण ने कहा कि विभाग शिक्षकों की खोयी गरिमा वापस लाना चाहता है. नैतिक शिक्षा व राष्ट्रीयता की पढ़ायी भी शुरू कर रहे हैं. इस मौके पर तपन भट्टाचार्य, आशीष झा, एके श्रीवास्तव, हरिओम पांडेय, सिस्टर डॉ मेरी ग्रेस उपस्थित थीं. झारखंड अधिविद्य परषिद द्वारा 22 मई से एक जून तक आयोजित इस कार्यशाला में प्लस टू व इंटर स्तर के 30 शिक्षकों को फिजिक्स, केमिस्ट्री, मैथ व बायोेलॉजी विषय पर प्रशिक्षण दिया गया.