इतिहासकारों ने भुला दिया स्व ठेबले उरांव को

स्व उरांव के नाम पर स्मृति ग्रंथ निकालेगा परिषद तसवीर राज वर्मा की रांची: कुरमाली भाषा परिषद के तत्वावधान में सोमवार को स्वतंत्रता सेनानी व रांची के प्रथम सांसद स्व ठेबले उरांव की 57वीं पुण्यतिथि होटल सिटी पैलेस सभागार में मनायी गयी. परिषद के अध्यक्ष डॉ राजाराम महतो ने कहा कि स्व ठेबले उरांव को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 1, 2015 8:04 PM

स्व उरांव के नाम पर स्मृति ग्रंथ निकालेगा परिषद तसवीर राज वर्मा की रांची: कुरमाली भाषा परिषद के तत्वावधान में सोमवार को स्वतंत्रता सेनानी व रांची के प्रथम सांसद स्व ठेबले उरांव की 57वीं पुण्यतिथि होटल सिटी पैलेस सभागार में मनायी गयी. परिषद के अध्यक्ष डॉ राजाराम महतो ने कहा कि स्व ठेबले उरांव को झारखंड के इतिहासकारों ने भुला दिया. उन्होंने गुलाम भारत में भी शिक्षा के स्तर को सुधारने, गौ हत्या पर रोक लगाने व सामाजिक जागृति को बढ़ाने के लिए कई अभियान चलाया था. डॉ भुवनेश्वर अनुज ने कहा कि वे न सिर्फ एक शिक्षाविद व राजनेता थे बल्कि किसानों के हित को लेकर वे सदा प्रयत्नशील रहे. उन्होंने खादी को बढ़ावा देने के लिए लोगों को जागृत भी किया. वक्ताओं ने कहा कि आने वाली पीढ़ी स्व उरांव की जीवनी से अवगत हो इसके लिए 25 नवंबर को स्व ठेबले उरांव के नाम पर परिषद स्मृति ग्रंथ निकालेगा. राज्य सरकार से यह मांग की गयी कि रांची कॉलेज के आसपास उनकी आदमकद प्रतिमा लगायी जाये. इस अवसर पर डॉ एसके पाल, डॉ अशोक उरांव, दिलीप तेतरवे, डॉ एचएन सिंह, प्रो ललित महतो, भुवनेश्वर महतो व प्रवर महतो ने भी अपने विचार रखे.

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