आप ही तबादला नीति बना कर दें, हम उसे मान लेंगे
रांची : दारोगा तबादले को लेकर उठ रहे सवालों पर डीजीपी डीके पांडेय ने सोमवार को पुलिस एसोसिएशन कार्यालय में पदाधिकारियों से वार्ता की. डीजीपी ने पदाधिकारियों से कहा कि जो तबादले किये गये हैं, उसकी संचिका पुलिस मुख्यालय में है. आप खुद जाकर देख लें. आप लोग ही बतायें कि किसका तबादला कहां होना […]
रांची : दारोगा तबादले को लेकर उठ रहे सवालों पर डीजीपी डीके पांडेय ने सोमवार को पुलिस एसोसिएशन कार्यालय में पदाधिकारियों से वार्ता की. डीजीपी ने पदाधिकारियों से कहा कि जो तबादले किये गये हैं, उसकी संचिका पुलिस मुख्यालय में है.
आप खुद जाकर देख लें. आप लोग ही बतायें कि किसका तबादला कहां होना चाहिए, मैं हस्ताक्षर कर दूंगा. यदि तबादला नीति गलत है, तो पुलिस एसोसिएशन ही तबादला नीति बनाकर लाये, हम उसी के आधार पर तबादला कर देंगे. हमें कोई दिक्कत नहीं है.
लेकिन नीति ऐसी होनी चाहिए, जिसमें भ्रष्टाचार की गुंजाइश नहीं हो. अभी और ढाई हजार दारोगा व एएसआइ का तबादला होना है. आप लोग ही आकर तबादला करें.
तबादले की समीक्षा नहीं होगी: डीजीपी ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि 235 दारोगा के तबादले की समीक्षा नहीं होगी. अभी जो तबादला हुआ है, उसमें किसी को परेशानी है, तो भी रास्ता खुला हुआ है.
वे आवेदन दें. पुलिस स्थापना पर्षद आवेदनों पर निर्णय लेगी. हमें पुनर्विचार करने में कोई दिक्कत नहीं है. डीजीपी ने कहा कि ग्रीवांस सेल को बंद कर दिया गया है, क्योंकि इसमें 10 हजार आवेदन हैं. यदि ग्रीवांस सेल ही तबादला करेगा, तो पुलिस स्थापना पर्षद क्या करेगा. ग्रीवांस सेल की वजह से गड़बड़ी की गुंजाइश बढ़ जाती है.
तीन माह में एक बार भी नहीं आया एसोसिएशन
डीजीपी ने पुलिस एसोसिएशन के पदाधिकारियों से कहा कि तीन माह पहले कहा था कि जिन पदाधिकारियों को भी निजी परेशानी है, उसे लेकर आप कभी नहीं आये. आज भी देखिए पुलिस मेंस एसोसिएशन का कोई पदाधिकारी नहीं आये हैं. कल को जब तबादला होगा, तो कहेंगे गलत हो गया.
एडीजी मुख्यालय नहीं सुनते : एसोसिएशन
पुलिस एसोसिएशन के महामंत्री कमल किशोर ने डीजीपी से कहा कि वह समस्या लेकर एडीजी मुख्यालय अजय भटनागर के पास गये थे, लेकिन उनके द्वारा कह दिया गया कि आप पैरवी कर रहे हैं. जबकि जिनकी समस्या लेकर गया था, उनमें से एक के लीवर का ऑपरेशन हुआ है. एक महिला क्रिकेटर शुभालक्ष्मी के पिता राजेंद्र शर्मा हैं. गंभीर रूप से बीमार हैं. इस पर डीजीपी ने कहा कि आप मेरे पास आयें.
एसपी नहीं कर रहे फॉरवर्ड, तो आप भेजें सूची
पुलिस पदाधिकारियों ने यह मुद्दा भी उठाया कि एसपी के द्वारा उनके आवेदनों को अग्रसारित नहीं किया जाता है. कहा जाता है कि मुख्यालय से मना किया गया है. इस पर डीजीपी ने कहा कि एसोसिएशन अपने सदस्यों का आवेदन अग्रसारित करे. हम स्थापना पर्षद की बैठक में विचार करेंगे.