इबादत की रात, मांगी दुआएं

शब-ए-बरात. लोगों ने घरों और मसजिदों में पढ़े नमाज मसजिदों में हुई तकरीर, इबादत देता है गुनाहों से निजात, बुधवार को रखा जायेगा रोजा रांची : मुसलमानों का पवित्र त्योहार शब-ए-बरात मंगलवार को उल्लास के साथ मनाया गया. इसलामी कैलेंडर के शाबान माह की 15वीं शब को यानी दो जून को यह त्योहार मनाया गया. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 3, 2015 5:47 AM
शब-ए-बरात. लोगों ने घरों और मसजिदों में पढ़े नमाज
मसजिदों में हुई तकरीर, इबादत देता है गुनाहों से निजात, बुधवार को रखा जायेगा रोजा
रांची : मुसलमानों का पवित्र त्योहार शब-ए-बरात मंगलवार को उल्लास के साथ मनाया गया. इसलामी कैलेंडर के शाबान माह की 15वीं शब को यानी दो जून को यह त्योहार मनाया गया. इस अवसर पर लोगों ने घरों और मसजिदों में नमाज पढ़े और इबादत की. साथ की कुरान की तिलावत भी की.
कुरान तिलावत और नमाज के बाद सुबह होने से पूर्व लोगों ने कब्रिस्तान जाकर फातिहा पढ़ा और गुजर चुके अपने लोगों की पवित्र आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की. इस मौके पर कब्रिस्तान में भी रोशनी की व्यवस्था की गयी थी. ताकि लोगों को कोई परेशानी न हो. शब-ए-बारात के अवसर पर मुहल्लों और मुख्य सड़कों पर काफी चहल-पहल रही.
युवा समूह में सूर्यास्त के बाद ही मसजिदों और कब्रिस्तान की ओर जाने लगे थे. मसजिदों में लोगों ने नमाज पढ़ी और कुरान की तिलावत की. कई जगहों पर तकरीर भी की गयी. महिलाओं ने घर पर इबादत की. इस अवसर पर महिलाओं ने मीठे व्यंजन बनाये और इसका वितरण गरीबों और मुफलिसों में भी किया गया. शहर के कई मसजिदों को रोशनी से सजाया संवारा गया था.
बच्चों में भी इस त्योहार को लेकर काफी उत्साह देखा गया. शहर के विभिन्न मसजिदों में भी इस रात इबादत की फजीलतों पर मुफ्ती मौलानाओं ने रोशनी डाली. शहर में कई जगहों पर हुए तकरीर में लोगों को इस रात की इबादत की महत्ता के संबंध में बताया गया कि इस रात की इबादत गुनाहों से निजात देती है.
इस रात की गयी लोगों की दुआएं अल्लाह के सामने कुबूल होती हैं. लोगों को पटाखों और शोर शराबों से दूर रहने की हिदायत दी गयी. मौलानाओं ने रोजाना रात के तिहाई हिस्से में उठ कर इबादत करने के लिए कहा और कहा कि इस दिन अल्लाह इनसान की जिंदगी का फैसला करता है. उन्होंने कहा कि इस इबादत को सिर्फ एक रात के लिए नहीं बल्कि पूरीजिंदगी करें.
बुधवार को नफिल रोजा रखा जायेगा. इस रोजे का विशेष महत्व है. इस कारण अधिकतर लोग रोजा रखते हैं. ऐसा भी माना गया है कि इस रोजे को रमजान माह में शुरू होने वाले रोजे का पूर्वाभ्यास भी माना जाता है.
वहीं शब-ए-बरात के अवसर पर रांची से काफी संख्या मे लोग मक्का मदीना गये हैं. जहां वे इबादत करेंगे. इसके अलावा सभी की खुशहाली की दुआ करेंगे.
18 जून को रमजान माह का चांद आ सकता है नजर
18 जून को रमजान माह का चांद नजर आ सकता है. इस दिन यदि चांद नजर आ जाता है तो इसी दिन से रमजान माह की तरावीह शुरू हो जायेगी और अगले दिन 19 जून को रमजान माह की पहली तारीख है. संभवत: 19 जुलाई को ईद उल फित्र मनायी जायेगी.

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