कर्नाटक और तमिलनाडु से 155 बंधुआ मजदूर मुक्त

रांची : तमिलनाडु और कर्नाटक से 155 बंधुआ मजदूर मुक्त कराये गये हैं, जिसमें से 25 झारखंड के विभिन्न क्षेत्र के रहनेवाले हैं. तीन नाबालिग हैं. जिन्हें वहां से अपने साथ लेकर गुरुवार की शाम खूंटी जिला एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट की प्रभारी अराधना सिंह रांची पहुंची. दीया सेवा संस्थान के बैजनाथ ने बताया कि […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 5, 2015 6:01 AM
रांची : तमिलनाडु और कर्नाटक से 155 बंधुआ मजदूर मुक्त कराये गये हैं, जिसमें से 25 झारखंड के विभिन्न क्षेत्र के रहनेवाले हैं. तीन नाबालिग हैं. जिन्हें वहां से अपने साथ लेकर गुरुवार की शाम खूंटी जिला एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट की प्रभारी अराधना सिंह रांची पहुंची.
दीया सेवा संस्थान के बैजनाथ ने बताया कि सभी को गत 28 मई को मुक्त कराया गया था. सभी तमिलनाडु और कर्नाटक की अगरबत्ती फैक्टरी में काम करते थे. सभी को मुक्त कराने के बाद छह लोगों को बंधुआ मजदूरी कराने और जुवेनाइल जस्टिस एक्ट के अंतर्गत गिरफ्तार किया गया था.
बैजनाथ कुमार के अनुसार जितने भी मजदूर मुक्त कराये गये थे. उनके साथ अमानवीय व्यवहार किया जाता था. उन्हें फैक्टरी से बाहर भी जाने नहीं दिया जात था. एक ही बड़े कमरे में सभी को सोने को कहा जाता था. झारखंड के विभिन्न क्षेत्रों में रहनेवाले मजदूर जिन्हें मुक्त कराया गया है. उनके परिजनों के बारे में जानकारी एकत्र की जा रही है.

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