होमगार्ड में बहाली के नाम पर वसूली, डीएसपी पर केस

रांची : इंडियन रिजर्व बटालियन (आइआरबी) और होमगार्ड में बहाली के नाम पर युवकों से वसूली करने के मामले में डीएसपी के पद से सेवानिवृत्त देव नारायण उरांव की संलिप्तता की जांच सीआइडी ने शुरू कर दी है. मामले को लेकर सिमडेगा में कांड संख्या 27/15 के अंतर्गत केस दर्ज है. जांच की जिम्मेवारी रांची […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 8, 2015 5:48 AM
रांची : इंडियन रिजर्व बटालियन (आइआरबी) और होमगार्ड में बहाली के नाम पर युवकों से वसूली करने के मामले में डीएसपी के पद से सेवानिवृत्त देव नारायण उरांव की संलिप्तता की जांच सीआइडी ने शुरू कर दी है. मामले को लेकर सिमडेगा में कांड संख्या 27/15 के अंतर्गत केस दर्ज है.
जांच की जिम्मेवारी रांची सीआइडी टीम के क्षेत्रीय डीएसपी कृष्ण कुमार राय को सौंपी गयी है. देव नारायण उरांव मूल रूप से लोहरदगा के रहनेवाले हैं. वह पूर्व में सिमडेगा में मुख्यालय डीएसपी के पद पर थे. अब जांच के दौरान सीआइडी के अधिकारी यह पता लगा रहे हैं कि डीएसपी ने कितने रुपये की ठगी की है.
प्राथमिकी में देव नारायण उरांव के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत मामला दर्ज है, इसलिए सीआइडी के अधिकारी जांच के दौरान यह भी पता लगायेंगे कि उन्हें बहाली के नाम पर रुपये लेकर अवैध तरीके से कितनी संपत्ति अजिर्त की.
जानकारी के अनुसार धोखाधड़ी के शिकार युवकों ने मामले में लिखित शिकायत लोकायुक्त से की थी. जांच की जिम्मेवारी लोकायुक्त सीआइडी को सौंपी थी. जांच के दौरान गोविंद कुमार, अशोक कुमार मनीष सहित अन्य युवकों का बयान लिया गया. धोखाधड़ी के शिकार युवकों ने बताया कि देव नारायण उरांव ने बहाली के नाम पर करीब 29 युवकों से रुपये लिये हैं. जांच रिपोर्ट लोकायुक्त को भेज दी गयी थी. रिपोर्ट के आधार पर पिछले माह लोकायुक्त ने प्राथमिकी दर्ज कार्रवाई का निर्देश दिया गया था.
शराब और मुरगा के नाम भी वसूले रुपये
आरंभिक जांच के दौरान धोखाधड़ी के शिकार युवकों ने सीआइडी के अधिकारियों को बताया था कि देव नारायण उरांव न सिर्फ बहाली करवाने के लिए रुपये मांगते थे, बल्कि वह समय-समय पर युवकों से शराब और मुरगा की भी मांग करते थे. समय- समय पर उन्हें रुपये के साथ शराब और मुरगा भी उनके आवास में पहुंचाया जाता था.

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