सुवर्णरेखा जल विद्युत परियोजना में मॉक ब्लैक स्टार्ट का परीक्षण
सिकिदिरी/रांची : सुवर्णरेखा जल विद्युत परियोजना में मंगलवार को मॉक ब्लैक स्टार्ट का सफलता पूर्वक परीक्षण किया गया. पूर्वी भारत के लोड डिस्पैच सेंटर (इआरएलडीसी) कोलकाता द्वारा यह परीक्षण किया गया. इससे राज्य भर में टोटल ब्लैक आउट की स्थिति उत्पन्न होने पर अबाधित बिजली मिल पायेगी. पिछले वर्ष 14 मार्च को भी यह परीक्षण […]
सिकिदिरी/रांची : सुवर्णरेखा जल विद्युत परियोजना में मंगलवार को मॉक ब्लैक स्टार्ट का सफलता पूर्वक परीक्षण किया गया. पूर्वी भारत के लोड डिस्पैच सेंटर (इआरएलडीसी) कोलकाता द्वारा यह परीक्षण किया गया. इससे राज्य भर में टोटल ब्लैक आउट की स्थिति उत्पन्न होने पर अबाधित बिजली मिल पायेगी. पिछले वर्ष 14 मार्च को भी यह परीक्षण किया गया था. इस दौरान 132 केवी वोल्टेज पर आइपीएल डोहाकातु तक डिस्चार्ज किया गया था.
परियोजना की यूनिट संख्या-दो को 132 केवी वोल्टेज पर चला कर बिजली आइपीएल के अलावा हटिया और नामकुम ग्रिड तक ट्रांसमिट करने का प्रयास किया गया. परीक्षण के दौरान विद्युत ट्रांसमिशन नेटवर्क को 84 मेगावाट तक बिजली का लोड दिया गया. 35 वर्षो में दूसरी बार इस तरह का परीक्षण किया गया.
सिकिदिरी के लिए बड़ी उपलब्धि : प्रबंधक
परियोजना के प्रबंधक बसीर अंसारी ने बताया कि सिकिदिरी परियोजना के लिए यह बड़ी उपलब्धि है.जल विद्युत परियोजना के लिए मॉक ब्लैक स्टार्ट की आवश्यकता राज्य तथा विशेष अवसरों के लिए किया जाता है. उन्होंने बताया कि कभी-कभी ग्रिडों के साथ बिजली का उत्पादन भी बंद हो जाता है. नतीजन पूरे राज्य में ब्लैक आउट जैसी स्थिति उत्पन्न हो जाती है. इससे मॉक ब्लैक स्टार्ट से बैल्क आउट की समस्या से निबटने में बड़ा सहयोग मिलता है.