सप्ताह में एक दिन कार्यकर्ताओं को समय देंगे सांसद-विधायक

रांची : प्रदेश भाजपा ने कार्यकर्ताओं की नाराजगी को गंभीरता से लिया है. पार्टी के सभी सांसद और विधायकों को सप्ताह में एक दिन का समय पार्टी कार्यकर्ताओं को देने का निर्देश दिया गया है. कहा है कि सांसद और विधायक कार्यकर्ताओं से मिलने को लेकर दिन तय करें. साथ ही आवास पर कार्यकर्ताओं से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 17, 2015 6:12 AM
रांची : प्रदेश भाजपा ने कार्यकर्ताओं की नाराजगी को गंभीरता से लिया है. पार्टी के सभी सांसद और विधायकों को सप्ताह में एक दिन का समय पार्टी कार्यकर्ताओं को देने का निर्देश दिया गया है.
कहा है कि सांसद और विधायक कार्यकर्ताओं से मिलने को लेकर दिन तय करें. साथ ही आवास पर कार्यकर्ताओं से मिलने का समय निर्धारित करते हुए बोर्ड लगायें, ताकि कार्यकर्ता उनसे सीधे तौर पर मिल कर अपनी समस्याओं से अवगत करा सकें.
राज्य में भाजपा की बहुमत की सरकार बनने के बाद भाजपा कार्यकर्ता अलग-थलग पड़ गये थे. उनकी समस्याएं नहीं सुनी जा रही थी. इसकी शिकायत पार्टी कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रीय संगठन मंत्री सौदान सिंह से की थी. कहा था कि पार्टी के सांसद-विधायक समय नहीं दे रहे हैं. क्षेत्र की समस्याओं को लेकर जनता कार्यकर्ताओं को कोसती है.
सीएम व अध्यक्ष प्रत्येक बुधवार लगायेंगे कार्यकर्ता दरबार: पार्टी के निर्देश के बाद मुख्यमंत्री रघुवर दास और प्रदेश अध्यक्ष सह सांसद डॉ रवींद्र राय ने कार्यकर्ताओं की समस्याओं को सुनने के लिए बुधवार का दिन तय कर दिया है.
मुख्यमंत्री प्रत्येक बुधवार को सुबह 10 से एक बजे तक सांसद, विधायक समेत जनप्रतिनिधियों से मिलेंगे. वहीं शाम में चार से सात बजे तक कार्यकर्ता दरबार लगा कर उनकी समस्याएं सुनेंगे. प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र राय भी प्रत्येक बुधवार को प्रदेश कार्यालय में दिन के 11 बजे से शाम छह बजे तक कार्यकर्ताओं से मिल कर उनकी समस्याएं सुनेंगे.
विधायक राज सिन्हा को लगी थी फटकार
राष्ट्रीय संगठन मंत्री सौदान सिंह ने गत दिनों हुई बैठक में यह निर्देश पार्टी के नेताओं को दिया था. बैठक में इस मुद्दे पर धनबाद विधायक राज सिन्हा को फटकार भी लगायी गयी थी.
श्री सिन्हा ने कहा था कि वे कार्यकर्ताओं से रोज मिलते हैं. आवास पर बोर्ड लगाने से गलत संदेश जायेगा. इस पर राष्ट्रीय संगठन मंत्री ने कहा था कि यह नहीं भूलें की कार्यकर्ताओं की बदौलत ही आज आप सांसद और विधायक हैं. किसी भी कीमत पर कार्यकर्ताओं की अनदेखी नहीं की जाये. उनके मिलने के लिए दिन व समय तक का बोर्ड आवास पर लगाया जाये.

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