यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री किस गाड़ी में बैठेंगे, इसका फैसला अंतिम समय में लिया जायेगा. इससे किसी को यह पता नहीं चल पायेगा कि मुख्यमंत्री किस गाड़ी में हैं. वाहनों की खरीद और उसे बुलेट प्रूफ बनाने पर करीब डेढ़ करोड़ रुपये का खर्च आयेगा. सूत्रों के अनुसार, पूर्व में स्पेशल ब्रांच ने और फिर बाद में आइबी ने मुख्यमंत्री पर खतरे की आशंका को देखते हुए उनकी सुरक्षा बढ़ाने की सलाह दी थी.
पर मुख्यमंत्री ने सुरक्षा बढ़ाने से इनकार कर दिया था. इस कारण इस पर कोई फैसला नहीं हो पाया था. पर पिछले दिनों आयी एक और खुफिया रिपोर्ट के बाद मुख्यमंत्री की सुरक्षा को और बढ़ाने का फैसला लिया गया. अभी मुख्यमंत्री जिस गाड़ी में चलते हैं, वह बुलेट प्रूफ नहीं है. मुख्यमंत्री हर दिन एक ही गाड़ी से चलते हैं. इस कारण उनकी सुरक्षा को लेकर हमेशा खतरा बना रहता है.