भूमि अधिग्रहण अध्यादेश का विरोध करना जरूरी : बाबूलाल
महिला एकजुटता सम्मेलन में बोले बाबूलाल रांची : झाविमो सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि जमीन बचाना है, तो भूमि अधिग्रहण अध्यादेश का विरोध करना होगा. जरूरत पड़े तो इसके लिए सड़कों पर उतरें और आंदोलन तेज करें. बाबूलाल मरांडी गुरुवार को झारखंड जनाधिकार मंच की महिला शाखा के तत्वावधान में आयोजित महिला एकजुटता […]
महिला एकजुटता सम्मेलन में बोले बाबूलाल
रांची : झाविमो सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि जमीन बचाना है, तो भूमि अधिग्रहण अध्यादेश का विरोध करना होगा. जरूरत पड़े तो इसके लिए सड़कों पर उतरें और आंदोलन तेज करें. बाबूलाल मरांडी गुरुवार को झारखंड जनाधिकार मंच की महिला शाखा के तत्वावधान में आयोजित महिला एकजुटता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार की नीयत साफ नहीं है. वो चाहती है झारखंड के लोग अपनी जमीनों से बेदखल हों और बाहर के लोग यहां आकर बसे. विधानसभा व सचिवालय के लिए सौ दो सौ एकड़ जमीन काफी है. इसके लिए पांच दस गांव उजाड़ने की जरूरत क्या है? एचइसी क्षेत्र में जहां जमीन खाली है वहां निर्माण कार्य हो. रैयतों को विस्थापित न किया जाये. झारखंड जनाधिकार मंच के बंधु तिर्की ने कहा कि महिलाओं में राजनीतिक व सामाजिक चेतना का विकास होना जरूरी है.
भूमि अधिग्रहण के नाम पर राज्य में उद्योगपतियों को बसाने की कोशिश हो रही है. कुटे के निवासियों का पुनर्वास किये बिना उजाड़ना सरकार की बर्बरता है. मंच की महिला शाखा की अध्यक्ष मार्टिना समद ने कहा कि झारखंड में पेसा कानून के होते हुए भी गलत तरीके से यहां के लोगों की जमीन ली जा रही है. हम इसका विरोध करेंगे. सभा को नगिया टोप्पो, बीनू लकड़ा, जसमीन एक्का, निर्मला एक्का, बिबियाना लकड़ा, रूपन लकड़ा, रेजिना खलखो सहित अन्य ने भी संबोधित किया. सम्मेलन की समाप्ति के बाद महिलाओं ने भूमि अधिग्रहण अध्यादेश के खिलाफ रैली निकाली. रैली बिहार क्लब से लोकर अलबर्ट एक्का चौक तक निकाली गयी.