राज्य में ही मछली का बीज उत्पादित करेंगे मत्स्य मित्र
मत्स्य बीज उत्पादकों की कार्यशाला में पशुपालन मंत्री ने कहा इस वर्ष दो हजार मछुआरों को आवास देने की घोषणा रांची : पशुपालन मंत्री रणधीर सिंह ने कहा है कि अब झारखंड में ही मछली का बीज उत्पादित किया जायेगा. 175 करोड़ मत्स्य बीज का उत्पादन करने का लक्ष्य सरकार ने तय किया है. पशुपालन […]
मत्स्य बीज उत्पादकों की कार्यशाला में पशुपालन मंत्री ने कहा
इस वर्ष दो हजार मछुआरों को आवास देने की घोषणा
रांची : पशुपालन मंत्री रणधीर सिंह ने कहा है कि अब झारखंड में ही मछली का बीज उत्पादित किया जायेगा. 175 करोड़ मत्स्य बीज का उत्पादन करने का लक्ष्य सरकार ने तय किया है. पशुपालन मंत्री गुरुवार को रांची में मत्स्य बीज उत्पादकों की तीन दिवसीय कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने 6725 मत्स्य मित्रों को प्रशिक्षित करने का निर्णय लिया है. अब तक 3300 किसानों को प्रशिक्षित किया जा चुका है. इन मत्स्य मित्रों को सरकार 10-10 किलो मछली का बीज उपलब्ध करा रही है.
उन्होंने कहा कि अब तक बंगाल और अन्य राज्यों से मछली का बीज मंगाया जाता था. अब राज्य सरकार ने व्यापक पैमाने पर मछली का बीज उत्पादित करने का निर्णय लिया है.
उन्होंने कहा कि किसानों को पांच हजार बीज खरीदने के लिए सरकार 18 सौ रुपये का अनुदान देगी. इसके लिए किसानों को सात सौ रुपये का भुगतान करना होगा. राज्य सरकार ने प्रत्येक किसानों को पांच-पांच लाख मछली का बीज देने का निर्णय लिया है. उन्होंने घोषणा की कि दो हजार केज भी विभिन्न तालाबों में लगाये गये हैं और इस वर्ष दो हजार मछुआरों को आवास की सुविधाएं भी दी जायेंगी.
उन्होंने कहा कि देवघर, गुमला, लोहरदगा, रामगढ़, सरायकेला, साहेबगंज और अन्य जिलों के मत्स्य मित्र अधिक से अधिक मछली उत्पादन करें, ताकि राज्य में मछली का उत्पादन डेढ़ लाख टन से ऊपर पहुंच सके. कार्यक्रम में मत्स्य निदेशक राजीव कुमार, उप निदेशक प्रदीप कुमार समेत अन्य उपस्थित थे.