अपराधी कर रहे थे चोरी, दूर खड़ी देख रही थी पुलिस

नहीं की कोई कार्रवाई, सूचना देनेवाले को ही धमकाने लगी पुलिस रांची : राजधानी में पुलिस की कार्यशैली पर हमेशा से ही सवाल उठते रहे हैं. आम लोगों की सूचना पर पुलिस पहले तो देर से पहुंचती है, उसके बाद सूचना देनेवाले को ही धमकाती है. बुधवार को भी ऐसी ही घटना घटी. महावीर चौक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 19, 2015 6:30 AM
नहीं की कोई कार्रवाई, सूचना देनेवाले को ही धमकाने लगी पुलिस
रांची : राजधानी में पुलिस की कार्यशैली पर हमेशा से ही सवाल उठते रहे हैं. आम लोगों की सूचना पर पुलिस पहले तो देर से पहुंचती है, उसके बाद सूचना देनेवाले को ही धमकाती है. बुधवार को भी ऐसी ही घटना घटी. महावीर चौक स्थित एक दुकान में कुछ अपराधी चोरी करने पहुंचे थे.
इसकी सूचना जब किसी ने कोतवाली पुलिस को दी, तो पुलिस सूचना देने के आधे घंटे देर से वहां पहुंची. वहां पहुंचते ही पुलिस के तेवर कड़े हो गये. पुलिस ने सूचना देनेवाले को ही धमकाना शुरू कर दिया.
इससे पहले उक्त व्यक्ति ने कई बार 100 नंबर पर डायल किया, लेकिन फोन नहीं लगा. इधर सूचना मिलने के आधे घंटे के बाद पुलिस पहुंची. उसके बाद दूर खड़ी होकर देखती रही कि अपराधी क्या कर रहे हैं. जब अपराधी को आभास हुआ कि आसपास पुलिस है, तब सभी वहां से फरार हो गये. लोगों का कहना है कि यदि पुलिस तत्परता से कार्रवाई करती, तो अपराधी पकड़े जाते.
जानकारी के अनुसार बुधवार की रात लगभग दो बजे महावीर चौक के पास पांच दुकानों में कुछ अपराधी ताला तोड़ रहे थे. अपराधियों को ताला तोड़ते एक व्यक्ति ने देखा और 100 नंबर पर डायल किया. जब फोन नहीं लगा, तब उसने कोतवाली पुलिस को सूचना दी. सूचना मिलने के आधे घंटे के बाद पुलिस वहां पहुंची और घटनास्थल से आधा किलोमीटर दूर खड़ी तमाशा देखती रही.
उसके बाद सूचना देनेवाले को दी धमकी कि यदि चोर नहीं मिलेगा, तो तुम्हें पकड़ कर ले जायेंगे. उस व्यक्ति द्वारा बताये गये स्थान पर पुलिस पहुंची, तो दो अपराधी पुलिस को देखते ही फरार हो गये. इसके पहले अपराधियों ने दुकान की शटर का ताला तोड़ कर फेंक दिया था. स्थानीय लोगों के अनुसार पुलिस की इसी कार्यशैली की वजह से कोई व्यक्ति इनकी मदद नहीं करता है. गौरतलब है कि मुख्यमंत्री से लेकर डीजीपी तक पुलिस को जनता से अच्छा संबंध बनाने की सलाह पुलिसकर्मियों को देते रहे हैं. इसके बावजूद पुलिसकर्मी आम जनता के प्रति कड़े तेवर अपनाती रही है.
किस काम की पीसीआर वैन
गत 20 मई को राजधानी में अपराध पर अंकुश लगाने के लिए रांची पुलिस को 20 स्पेशल पीसीआर वैन पुलिस को मुहैया कराया है. स्पेशल पीसीआर का काम है सूचना मिलते ही घटनास्थल पर तुरंत पहुंचना. पीसीआर को रूटीन गश्ती से भी दूर रखा गया है, लेकिन इसके बाद भी स्पेशल पीसीआर सूचना के बावजूद नहीं पहुंच रहा है.
इधर, लूट के बाद दो थानों के विवाद में फंसी रही पुलिस
मोरहाबादी के मान्या पैलेस के समीप गुरुवार को सुनेजा संस से 32 इंच की एलक्ष्डीटीवी लेकर जा रहे ऑटो चालक को आंखों में मिर्च पाउडर डाल कर बाइकर्स ने लूट लिया. घटना दिन के 2.30 बजे की है.
वह क्षेत्र लालपुर थाने का है या बरियातू थाने का, इस विवाद में पुलिस देर तक फंसी रही. बाद में जब एक पत्रकार ने एसएसपी को घटना की सूचना दी, तब इस मामले लालपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी. प्राथमिकी के बाद पुलिस अपराधियों का पता लगाने की कोशिश कर रही है. समाचार लिखे जाने तक पुलिस को कोई सुराग नहीं मिल पाया था.
दोनों मामले की जानकारी मुङो मीडिया के माध्यम से मिली है. दोनों मामलों को अपने स्तर से देख रहा हूं. सूचना वाले को धमकाने की बात सही साबित होता है, तो संबंधित पुलिस पदाधिकारियों पर कार्रवाई होगी. लूट वाले मामले में प्राथमिकी दर्ज की जायेगी. प्रभात कुमार, एसएसपी

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