सभी वर्ग को जोड़ती है पड़हा व्यवस्था
बेड़ो. केंद्रीय पड़हा संचालन समिति के मुख्य संरक्षक पूर्व विधायक विश्वनाथ भगत, डॉ दिवाकर मिंज व पूर्व मंत्री देवकुमार धान के नेतृत्व में पड़हा समाज के लोगों ने शोभायात्रा निकाली. इसमें शामिल लोग पारंपरिक वेशभूषा में गाजे-बाजे के साथ बारीडीह बगीचा में पहुंचे. शोभायात्रा यहां पहुंचते ही सभा में तब्दील हो गयी. सभा में विधायक […]
बेड़ो. केंद्रीय पड़हा संचालन समिति के मुख्य संरक्षक पूर्व विधायक विश्वनाथ भगत, डॉ दिवाकर मिंज व पूर्व मंत्री देवकुमार धान के नेतृत्व में पड़हा समाज के लोगों ने शोभायात्रा निकाली. इसमें शामिल लोग पारंपरिक वेशभूषा में गाजे-बाजे के साथ बारीडीह बगीचा में पहुंचे. शोभायात्रा यहां पहुंचते ही सभा में तब्दील हो गयी. सभा में विधायक गंगोत्री कुजूर ने कहा कि पड़हा व्यवस्था हमारी सांस्कृतिक व सामाजिक पहचान है. इसे बचाये रखना हम सब की जिम्मेवारी है. पूर्व मंत्री देव कुमार धान ने कहा कि भौतिकवादी युग में अपनी संस्कृति व परंपरा को बचाये रखना हमारे लिए एक चुनौती है. समाज को जागरूक और शिक्षित कर ही हम अपना मुकाम हासिल कर सकते हैं. डॉ दिवाकर मिंज व विश्वनाथ भगत ने कहा कि पड़हा व्यवस्था समाज के सभी वगार्ें को जोड़ कर रखती है. समारोह को पड़हा राजा सिमोन उरांव, विजय कुजूर, प्रो सोमरा उरांव, कृष्णा हांसदा, केंद्रीय पड़हा संचालन समिति के अध्यक्ष भीखा उरंाव, धनंजय कुमार राय, जगन्नाथ उरंाव, राकेश भगत, सोमरा लोहरा समेत कई लोगों ने संबोधित किया. पड़हा जतरा को सफल बनाने में अलफ्रेड मिंज, राकेश भगत, सोमरा लोहरा, गोपाल भगत, सोहराई उरांव, रामलीला मुंडा, बुधदेव उरंाव, पीटर तिर्की, इब्राहिम अंसारी, कालीचरण प्रसाद, तेंबु उरांव, श्याम मुंडा, जिंगुवा भगत, सुका उरांव, महेश गोप, विरूवा उरांव आदि की भूमिका सराहनीय रही.संचालन उपाध्यक्ष धनंजय कुमार राय ने किया.