झारखंड के विकास में नाबार्ड की भी भागीदारी : अमलोर्पवानाथन
रांची. झारखंड के विकास में भागीदारी नाबार्ड की भी होगी. सरकार को सहयोग देकर ग्रामीण क्षेत्रों में विकास किया जायेगा. साथ ही ऋण और फाइनांस की सुविधा भी दी जायेगी. यह बातें नाबार्ड के उप प्रबंध निदेशक आरने कहीं. श्री अमलोर्पवानाथन झारखंड दौरे पर हैं. पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि कृषि व […]
रांची. झारखंड के विकास में भागीदारी नाबार्ड की भी होगी. सरकार को सहयोग देकर ग्रामीण क्षेत्रों में विकास किया जायेगा. साथ ही ऋण और फाइनांस की सुविधा भी दी जायेगी. यह बातें नाबार्ड के उप प्रबंध निदेशक आरने कहीं. श्री अमलोर्पवानाथन झारखंड दौरे पर हैं. पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि कृषि व अन्य क्षेत्रों में झारखंड का विकास का ग्राफ काफी बेहतर है. कृषि में झारखंड का औसतन विकास 10 प्रतिशत से भी काफी अधिक है. सड़क, बिजली और पानी होंगे तभी कृषि उत्पादों का बाजार भी विकिसत किया जा सकेगा. कृषि विकास, दुग्ध उत्पाद, कॉपरेटिव बैंक्स, फाइनांस सेक्टर और ग्रामीण क्षेत्रों के विकास कार्य की योजनाओं के निर्माण में नाबार्ड का रोल अहम है. नाबार्ड ने 2015-16 में राज्य को 1300 करोड़ रुपये की सहायता दी जायेगी. कृषि उपकरण बैंक, एनीमल ब्रिडिंग, सहकारी संस्थान को कंप्यूटराइज्ड करने के लिए सरकार ने नाबार्ड से सहयोग मांगा है. उन्होंने कहा कि हर तरह के कार्य में स्थानीय लोगों को शामिल किया जायेगा. इसके अलावा माइक्र ो फाइनांस और कॉपरेटिव डेवलपमेंट पर भी पर नाबार्ड का मुख्य फोकस होगा.