नयी रक्षा खरीद प्रक्रिया में लगेगा समय : पर्रीकर

गड़बडि़यों के लिए यूपीए सरकार जिम्मेदारएजेंसियां, नयी दिल्लीनयी रक्षा खरीद प्रक्रिया (डीपीपी) में विलंब के लिए संयुक्त प्रगतिशील गंठबंधन (यूपीए) सरकार द्वारा की गयी गड़बड़ी को जिम्मेदार ठहराते हुए रक्षा मंत्री मनोहर पर्रीकर ने बुधवार को कहा कि उनका प्रयास प्रक्रिया को सरल बनाने और संदेह का वातावरण दूर करने का है. पर्रीकर ने इससे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 21, 2015 12:06 PM

गड़बडि़यों के लिए यूपीए सरकार जिम्मेदारएजेंसियां, नयी दिल्लीनयी रक्षा खरीद प्रक्रिया (डीपीपी) में विलंब के लिए संयुक्त प्रगतिशील गंठबंधन (यूपीए) सरकार द्वारा की गयी गड़बड़ी को जिम्मेदार ठहराते हुए रक्षा मंत्री मनोहर पर्रीकर ने बुधवार को कहा कि उनका प्रयास प्रक्रिया को सरल बनाने और संदेह का वातावरण दूर करने का है. पर्रीकर ने इससे पहले कहा था कि रक्षा खरीद के लिए रूपरेखा डीपीपी मई तक सामने आ जायेगी. विवेकानंद इंटरनेशनल फाउंडेशन द्वारा यहां आयोजित एक बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, मैंने ढेरों प्रयास किये हैं. मेरे अधिकारियों ने काफी प्रयास किये हैं. सीआइआइ, फिक्की, एसोचैम ने काफी सामग्री उपलब्ध करायी है. मैंने पूर्ववर्ती सरकार को कम आंका. मैं अपनी हार स्वीकारता हूं. बदलेगा माहौलपर्रीकर ने कहा कि उन्होंने निर्णायक कार्रवाई करने का फैसला किया है और वह रक्षा खरीद की अवधारणा को पूरी तरह से बदल देंगे. मंत्री ने कहा कि माहौल धीरे धीरे बदल रहा है. पर्रीकर ने कहा कि वह पहला बदलाव खरीद प्रक्रिया में लाना चाहते हैं, जिससे वेंडरों के साथ साझीदार की तरह व्यवहार किया जाये. संदेह का वातावरण दूर करना होगा कम से कम उन वेंडरों के लिए जो पहले निष्पादन कर चुके हैं. आयुद्ध कारखानों एवं यहां तक कि रक्षा क्षेत्र की सार्वजनिक कंपनियों का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि कभी कभी वे आपूर्तिकर्ता को तुच्छ समझते हैं.

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