भारत को मातृभूमि माननेवाले मुसलमानों पर बोली शिव सेना
नागरिक के रूप में मिले सभी अधिकारएजेंसियां, मुंबईचुनाव आयोग द्वारा शिव सेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत की मुसलमानों के मताधिकार संबंधी टिप्पणी पर अप्रसन्नता व्यक्त किये जाने के कुछ ही सप्ताह बाद पार्टी ने मंगलवार को कहा कि जो मुसलमान इस देश को मातृभूमि मानते हैं, उन्हें इस देश के नागरिक के रूप में […]
नागरिक के रूप में मिले सभी अधिकारएजेंसियां, मुंबईचुनाव आयोग द्वारा शिव सेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत की मुसलमानों के मताधिकार संबंधी टिप्पणी पर अप्रसन्नता व्यक्त किये जाने के कुछ ही सप्ताह बाद पार्टी ने मंगलवार को कहा कि जो मुसलमान इस देश को मातृभूमि मानते हैं, उन्हें इस देश के नागरिक के रूप में सारे अधिकार मिलने चाहिए. शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ के संपादकीय में कहा गया है, जब हम यह कहते हैं कि धर्म के नाम पर आरक्षण और आर्थिक छूट मुसलमानों को मत दो, उस वक्त अगर कोई व्यक्ति उचित है तो सिर्फ मुसलमान होने की वजह से उस पर नौकरी व्यवसाय में अन्याय नहीं होना चाहिए. यहां पर गुणवत्ता महत्वपूर्ण है, बाकी सब झूठ है.संपादकीय में कहा गया है कि एक तरफ हम कहते हैं कि मुसलमान अज्ञान और अंधश्रद्धा की खाई से बाहर निकलें और दूसरी तरफ पढ़े-लिखे, एमबीए पदवी लेनेवाले जीशान को मुसलमान होने की वजह से नौकरी देने से मना करते हैं, यह विरोधाभास है. संपादकीय में अडाणी समूह पर चुटकी भी ली गयी कि उसने प्रचार के लिए उक्त युवक को नौकरी की पेशकश की. संपादकीय में कहा गया है कि जीशान के बहाने उसे नौकरी की पेशकश करनेवाले कंपनी के प्रवक्ता ने कहा कि जाति पंथ की बजाय हमारे लिए बुद्धिमता महत्वपूर्ण है. हम गुणवत्ता और विद्वत्ता को प्रोत्साहन देते हैं और जीशान की क्षमता को देखकर नौकरी की पेशकश कर रहे हैं.