रांची : ऑल इंडिया पीपुल्स फोरम (एआइपीएफ) ने चंदवा के लादू बाबू और बकोरिया मुठभेड़ पर सवाल उठाये हैं. मंगलवार को राजधानी में आयोजित प्रेस वार्ता में एआइपीएफ के सदस्यों ने बताया कि फोरम की एक टीम ने 17-18 जून को पलामू का दौरा किया. टीम के सदस्यों ने बकोरिया कांड व लादू बाबू कांड के अतिरिक्त बेतला में बच्ची से दुष्कर्म और अघेरी ढ़ोढा कांड की भी जांच की.
जांच टीम के सदस्य पूर्व विधायक विनोद सिंह, दयामनी बारला, अनिल अंशुमन, अनंत प्रसाद गुप्ता आदि ने लादू बाबू की हत्या की जांच सीबीआइ से कराने की मांग की. वहीं बकोरिया मुठभेड़ को फरजी बताते हुए इसकी न्यायिक जांच कराने को कहा. बेतला और अघेरी ढ़ोढ़ा (चैनपुर) के अरोपियों को सजा देने की मांग की. इन कांडों के विरोध में 26 से 30 जून तक हरेक जिले में आंदोलन किया जायेगा. नौ अगस्त को राज्यपाल के समक्ष महाधरना का आयोजन किया जायेगा.
विभिन्न घटनाओं में जांच टीम का दावा
लादू बाबू हत्याकांड
बड़े कॉरपोरेट कंपनियों के लिए चंदवा (लातेहार) के टोरी यात्री रेलवे स्टेशन पर कोयले की अवैध लोडिंग हो रही है. जन कल्याण समिति के बैनर तले इसका विरोध किया जा रहा है. इसे रोकने का आग्रह मुख्यमंत्री व पर्यावरण से विभाग भी किया गया था, लेकिन कुछ नहीं हुआ. प्रशासन की मदद से समिति के अध्यक्ष प्रह्वाद साहु (लादू बाबू) की हत्या कर दी गयी.
बेतला में बच्ची से दुष्कर्म
जांच टीम ने कहा कि 10 मई को कुत्ता घुमाने के बहाने निकले सीआरपीएफ के एक जवान ने अखरा गांव की एक बच्ची से बलात्कार किया. वह गांव से बाहर पानी लाने गयी थी. गांव में पीने के लिए पानी की व्यवस्था नहीं है. इसके विरोध में आंदोलन करनेवालों पर प्राथमिकी दर्ज कर दी गयी है. इस मामले में सीआरपीएफ के जवान को गिरफ्तार किया जाये. मामले को रफा दफा करनेवालों पर कार्रवाई हो. माले नेता बिरजू राम व कन्हाई सिंह पर से मुकदमा वापस लिया जाये.
अंघेरी ढोढ़ा कांड
जांच टीम ने दावा किया कि वन विभाग के दबंगों ने आठ दलित-आदिवासियों के घरों को जला दिया. मारपीट कर घर का सामान लूट लिया गया. इसमें पुलिस की भूमिका भी संदिग्ध है. दोषी पर कार्रवाई की जानी चाहिए.
बकोरिया कांड
बकोरिया कांड में जांच टीम ने दावा किया कि मुठभेड़ पूरी तरह से फरजी था. टीम के सदस्यों ने घटनास्थल के आसपास के लोगों, परिजनों व मीडिया के लोगों से भी बात की. पुलिस के ही कुछ अधिकारी इसे मुठभेड़ मानने से इनकार कर रहे थे. इस कारण उनको बदल दिया गया. इस घटना को अंजाम देने वालों पर मुकदमा दर्ज करना चाहिए.