चर्च के विकास में सभी का सहयोग जरूरी : बिशप
रांची: सीएनआइ छोटानागपुर डायसिस के बिशप बीबी बास्के ने कहा है कि वे चर्च के समग्र विकास के लिए कार्यरत हैं और इसके लिए चर्च के हर सदस्य से सहयोग की उम्मीद करते हैं. बरनाबास अस्पताल व हजारीबाग के संत कोलंबस अस्पताल की स्थिति में सुधार का प्रयास किया जा रहा है. पुरुषों के लिए […]
रांची: सीएनआइ छोटानागपुर डायसिस के बिशप बीबी बास्के ने कहा है कि वे चर्च के समग्र विकास के लिए कार्यरत हैं और इसके लिए चर्च के हर सदस्य से सहयोग की उम्मीद करते हैं.
बरनाबास अस्पताल व हजारीबाग के संत कोलंबस अस्पताल की स्थिति में सुधार का प्रयास किया जा रहा है. पुरुषों के लिए टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज पुन: खोला जायेगा. रांची व हजारीबाग में बीएड कॉलेज खोलने की योजना है. बरनाबास में बीएससी नर्सिग कोर्स की शुरुआत भी करायी जायेगी. वे शुक्रवार को अपने जन्मदिवस पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे. छोटानागपुर डायसिस की ओर से वर्तमान में संत पॉल समेत सात कॉलेज व वोकेशनल ट्रेनिंग सेंटर, बिशप वेस्टकॉट समूह के छह इंग्लिश मीडियम स्कूल, एसपीजी मिशन समेत आठ बालक विद्यालय, संत मारग्रेट समेत सात बालिका विद्यालय और संत बरनाबास सहित छह अस्पताल चलाये जा रहे हैं.
रांची पेरिश ने पौधरोपण किया
सीएनआइ रांची पास्टरेट कमेटी व महिला संघ की ओर से टकरा- हातुदामी पेरिश में पौधरोपण किया गया व पौधे बांटे गये. इस अवसर पर मसीही सेवा महिला संगति की सभानेत्री नूतन बास्के, टकरा के पेरिश प्रीस्ट रेव्ह मुकुट कंडुलना, सिस्टर ग्लोरिया डाहंगा, रोजलीन सांगा, पारुल धान, विलासी धान व अन्य मौजूद थे. राजकुमार नागवंशी ने बताया कि आम, कटहल, अमरूद व जामुन के पौधे लगाये गये.