मरीज रही संगीत में मग्न, ब्रेन सर्जरी हुई सफल
एजेंसियां, बेंगलुरु डॉक्टर दिमाग की सर्जरी करते रहे और 34 वर्षीय मरीज सरिता (परिविर्तत नाम) मग्न होकर रबिंद्र संगीत गाती रही. यह अविश्वसनीय सर्जरी हुई बेंगलुरु के एक अस्पताल में. सरिता पश्चिम बंगाल के बर्धवान की रहने वाली है और वह दिमाग के बायें हिस्से में ट्यूमर का इलाज कराने के लिए बेंगलुरु आयी थी.जरूरी […]
एजेंसियां, बेंगलुरु डॉक्टर दिमाग की सर्जरी करते रहे और 34 वर्षीय मरीज सरिता (परिविर्तत नाम) मग्न होकर रबिंद्र संगीत गाती रही. यह अविश्वसनीय सर्जरी हुई बेंगलुरु के एक अस्पताल में. सरिता पश्चिम बंगाल के बर्धवान की रहने वाली है और वह दिमाग के बायें हिस्से में ट्यूमर का इलाज कराने के लिए बेंगलुरु आयी थी.जरूरी था दिमाग को सक्रिय रखनासरिता की समस्या ऐसी जटिल थी, सर्जरी के वक्त उसके दिमाग का सक्रि य रहना बेहद जरूरी था. इसीलिए उसे बेहोश नहीं किया गया बल्कि सर्जरी शुरू करते ही डॉक्टरों ने उससे हफ्ते की सभी दिन, साल के सभी महीने या ऐसे ही अन्य सामान्य सवाल करने शुरू कर दिये. इसी बीच सरिता ने रबिंद्र संगीत का गायन शुरू कर दिया. इसमें वह पूरी तरह मग्न हो गयी. सरिता की सर्जरी सफलता पूर्वक पूरी हो चुकी है और वह जल्द ही घर जा सकेगी.यह कहना है मरीज का मैंने कई डॉक्टरों से इलाज कराया, कोई लाभ नहीं मिला. बेंगलुरु में पहली बार बिना बेहोश किये होने वाली सर्जरी के बारे में सुना. डॉक्टरों ने भरोसा दिलाया और मैंने भी हिम्मत जुटायी. खुश हूं कि सर्जरी सफल रही.और यह कहा ऑपरेशन करनेवाले डॉक्टर नेसरिता का दिमाग यदि सर्जरी के वक्त सक्रि य अवस्था में न रहता तो वह बोलने की शक्ति खो सकती थी. पहले भी ऐसे ऑपरेशन हो चुके हैं, इसलिए हमें पता था यह सफल होगा.