अडाणी के साथ सरकार का एमओयू

चीन के बाद पहली बार भारत में कोयला से यूरिया बनाने की तकनीक पर काम होगा रांची : अडाणी इंटरप्राइजेज लिमिटेड ने झारखंड में 50 हजार करोड़ रुपये के निवेश के लिए राज्य सरकार के साथ एमओयू किया है. गुरुवार को उद्योग निदेशक के कक्ष में एमओयू पर हस्ताक्षर किये गये. एमओयू पर उद्योग निदेशक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 26, 2015 6:48 AM
चीन के बाद पहली बार भारत में कोयला से यूरिया बनाने की तकनीक पर काम होगा
रांची : अडाणी इंटरप्राइजेज लिमिटेड ने झारखंड में 50 हजार करोड़ रुपये के निवेश के लिए राज्य सरकार के साथ एमओयू किया है. गुरुवार को उद्योग निदेशक के कक्ष में एमओयू पर हस्ताक्षर किये गये.
एमओयू पर उद्योग निदेशक के रविकुमार और अडाणी की ओर से सीइओ राजेश झा ने हस्ताक्षर किये. फस्र्ट स्टेज का एमओयू किया गया है. जिसकी वैधता एक वर्ष के लिए है, इसके बाद कंपनी डीपीआर बना कर देगी, तब इसकी वैधता बढ़ाते हुए सेकेंड स्टेज का एमओयू किया जायेगा.
अडाणी के सीइओ राजेश झा ने बताया कि कंपनी द्वारा कुल 50 हजार करोड़ रुपये का निवेश किया जायेगा. कंपनी द्वार पहले चरण में 1.3 मिलियन टन प्रति वर्ष क्षमता का यूरिया प्लांट लगाया जायेगा. चीन के बाद पहली बार भारत में कोयला से यूरिया बनाने की तकनीक पर काम होगा.
इसके अलावा 3.3.मलियन टन प्रति वर्ष क्षमता के मेथनॉल प्लांट लगाया जायेगा, जहां कोयला से मिथेन गैस बनायी जायेगी. कंपनी द्वारा सब्सटीट्यूट नेचुरल गैस प्लांट भी लगाया जायेगा. इसके जरिये राज्य के प्रमुख शहरों में पाइप लाइन के जरिये घरेलू गैस की आपूर्ति की जायेगी, जो सुरक्षित और सस्ती होगी. कंपनी द्वारा 4000 मेगावाट का पावर प्लांट भी लगाया जायेगा, जिसमें 2500 बिजली कंपनी खुद इस्तेमाल करेगी और शेष बिजली झारखंड को देगी.
उद्योग निदेशक के रविकुमार ने कहा कि भारत में कोयला से यूरिया नहीं बनता. पहली बार झारखंड में इस तकनीक से यूरिया का उत्पादन होगा. कंपनी द्वारा एसएनजी भी बनायी जायेगी. अभी फस्र्ट फेज का एमओयू हुआ है. डीपीआर बनाने के बाद दूसरे चरण का एमओयू किया जायेगा.

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