अफसर नहीं चपरासी करेंगे शौचालय का निरीक्षण
अधिकारी करने लगे हैं खुद को अलग वरीय संवाददातारांची : सीसीएल चार राज्यों में स्वच्छ विद्यालय मिशन के तहत शौचालय का निर्माण करा रहा है. निर्माण कार्य लगभग पूरा होने वाला है. इसके निरीक्षण की जिम्मेदारी कई स्थानों पर कैटगरी-1 (चतुर्थवर्गीय) कर्मियों को दे दी गयी है. अधिकारी अब निरीक्षण के लिए जाना नहीं चाहते […]
अधिकारी करने लगे हैं खुद को अलग वरीय संवाददातारांची : सीसीएल चार राज्यों में स्वच्छ विद्यालय मिशन के तहत शौचालय का निर्माण करा रहा है. निर्माण कार्य लगभग पूरा होने वाला है. इसके निरीक्षण की जिम्मेदारी कई स्थानों पर कैटगरी-1 (चतुर्थवर्गीय) कर्मियों को दे दी गयी है. अधिकारी अब निरीक्षण के लिए जाना नहीं चाहते हैं. कई अधिकारियों की नाम टीम से काट दी गयी है. कर्मचारियों को कहा गया है कि 10 दिनों के अंदर निरीक्षण कर रिपोर्ट कंपनी को सौंप दें. एक-एक टीम में दो-दो लोगों को रखा गया है. टीम में रखे गये ज्यादातर कर्मियों को तकनीकी ज्ञान नहीं है. इनको निर्माण की गुणवत्ता, स्थिति रिपोर्ट कंपनी के वरीय अधिकारियों को सौंपना है. पहले हर दिन 3000 रुपये हर दिन का आदेश निकला थास्वच्छ विद्यालय मिशन के तहत 2014 में जब काम शुरू था, तो स्थल सर्वेक्षण करने का आदेश निकला था. इसमें कहा गया था कि हरेक कर्मी और अधिकारी को तीन हजार रुपये प्रतिदिन के हिसाब से भत्ता दिया जायेगा. इस आदेश क ो रद्द कर अब तय कर दिया गया है कि टीए रूल के हिसाब से भुगतान किया जायेगा. इससे अधिकारियों को परेशानी हो गयी है. अधिकारियों को टीए रूल के हिसाब से उतनी राशि नहीं मिलेगी, जितने की उम्मीद थी. करीब 13 हजार शौचालय का करा रहा है निर्माण स्वच्छ विद्यालय अभियान के तहत सीसीएल चार राज्यों में करीब 13 हजार शौचालय का निर्माण या जीर्णोद्धार करा रहा है. 6219 नये टॉयलेट का निर्माण किया जाना है. 6676 शौचालय का जीर्णोद्धार किया जाना है. छत्तीसढ़ में 2631, ओडिशा में 5029, उत्तर प्रदेश में 771 तथा झारखंड में 4459 शौचालय के निर्माण या जीर्णोद्धार की योजना पर काम चल रहा है.