देशी शराब बनाने का धंधा व बिक्री जोरों पर
लातेहार. जिला मुख्यालय समेत आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में देशी शराब बनाने का धंधा एवं बिक्री जोरों पर है. जिला मुख्यालय से सटे रीमीगढ़ा, डुड़ंगी कला, दुगिला, धनकारा, डेमू, मांडरटांड़, करकट, उदयपूरा व खैराटोली आदि ग्राम में प्रतिदिन सैकड़ों लीटर महुआ शराब बनायी जाती है. जिसे शहर के बहेराटांड़, चटनाही, जुबली चौक, गिजनियाटांड़, राजहार, अमवाटीकर, […]
लातेहार. जिला मुख्यालय समेत आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में देशी शराब बनाने का धंधा एवं बिक्री जोरों पर है. जिला मुख्यालय से सटे रीमीगढ़ा, डुड़ंगी कला, दुगिला, धनकारा, डेमू, मांडरटांड़, करकट, उदयपूरा व खैराटोली आदि ग्राम में प्रतिदिन सैकड़ों लीटर महुआ शराब बनायी जाती है. जिसे शहर के बहेराटांड़, चटनाही, जुबली चौक, गिजनियाटांड़, राजहार, अमवाटीकर, चंदनडीह, बाजकुम, डुरुआ व बानपुर समेत कई इलाकों में लाकर बेचा जाता है. पुलिस की कार्रवाई नहीं होने से इस धंधे में लगे लोगों का मनोबल ऊंचा है.