प्रॉपर्टी का बीमा करा रहे हैं लोग

लगातार भूकंप व अन्य प्राकृतिक आपदा से हुई तबाही को देख मांग बढ़ी दो साल के दौरान ही प्रीमियम दो गुणा हो गया दिनेश केडिया रांची : राजधानी समेत पूरे राज्य में लोग अपने मकान-दुकान की बीमा को लेकर काफी जागरूक हो गये हैं. पिछले पांच सालों में फायर इंश्योरेंस की मांग चार गुणा से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 29, 2015 6:28 AM
लगातार भूकंप व अन्य प्राकृतिक आपदा से हुई तबाही को देख मांग बढ़ी
दो साल के दौरान ही प्रीमियम दो गुणा हो गया
दिनेश केडिया
रांची : राजधानी समेत पूरे राज्य में लोग अपने मकान-दुकान की बीमा को लेकर काफी जागरूक हो गये हैं. पिछले पांच सालों में फायर इंश्योरेंस की मांग चार गुणा से ज्यादा बढ़ गयी है.
नेपाल में आये भूकंप के बाद हुई तबाही के बाद इसमें और तेजी आ गयी है. वर्ष 2013-14 के दौरान झारखंड के लोगों ने फायर बीमा पर 54.23 करोड़ रुपये खर्च किये, जबकि वर्ष 2009-10 के दौरान यह राशि केवल 13.86 करोड़ रुपये थी. दो साल पहले वर्ष 2011-12 में लोगों ने 26.35 करोड़ रुपये का प्रीमियम चुकाया था. दो साल के दौरान ही प्रीमियम लगभग दो गुणा हो गया है. बाजार के जानकारों के अनुसार लोगों में बढ़ती जागरूकता के बाद इसमें और तेजी आयेगी.
देश में झारखंड की हिस्सेदारी सात प्रतिशत
फायर बीमा के प्रीमियम के मामले में पूरे देश में झारखंड की हिस्सेदारी सात प्रतिशत है. वर्ष 2013-14 के दौरान जहां पूरे देश में 7407.11 करोड़ रुपये लोगों ने अपनी प्रोपर्टी के बीमा के लिए खर्च किये, वहीं झारखंड की हिस्सेदारी लगभग सात प्रतिशत यानी 54.23 करोड़ रुपये की रही. पिछले पांच साल में यह हिस्सेदारी भी बढ़ी है. वर्ष 2009-10 के दौरान फायर इंश्योरेंस में जहां पूरे देश में झारखंड की हिस्सेदारी चार प्रतिशत थी, वह लगभग दोगुणी हो गयी है.
फायर बीमा में क्या-क्या शामिल
फायर बीमा में न केवल आगजनी से हुए नुकसान की भरपायी की जाती है, बल्कि प्राकृतिक आपदा व अन्य कारणों से हुए नुकसान को शामिल किया गया है. इसमें भूकंप, आंधी-तूफान, बाढ़, भू स्खलन के साथ ही दंगा-फसाद, तोड़फोड़, आगजनी आदि की घटना से नुकसान फायर बीमा का हिस्सा है.
प्रीमियम है काफी कम
फायर बीमा में प्रीमियम कम है. इसमें प्रति लाख 50 रुपये का प्रीमियम आता है. यानी कोई अपने मकान के लिए 50 लाख रुपये का मूल्य लगाता है, तो उसे 2500 रुपये सालाना प्रीमियम चुकाना होगा. वहीं, लंबी अवधि के लिए एक साथ बीमा कराने पर इसमें 50 प्रतिशत तक की छूट भी मिलती है.
लोगों में फायर इंश्योरेंस की काफी मांग बढ़ी है. नेपाल में आये भूकंप के बाद मांग और तेज हो गयी है. अब लोगों में अपने मकान-दुकान के लिए काफी जागरूकता आ गयी है.
आलोक सिंह, सीनियर डिविजनल मैनेजर, ओरिएंटल इंश्योरेंस

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