यूपी पुलिस की संवेदनहीनता
पुलिस ने रेप के बाद प्राइवेट पार्ट में लगवाया टांकाएजेंसियां, लखनऊउत्तर प्रदेश में निर्भया कांड जैसी ही एक बार फिर दरिंदगी दोहराई गयी है, लेकिन दुख की बात यह है कि इस मामले में दोषी पुलिसवाले हैं. पुलिस ने न ही अपना काम किया, बल्कि लड़की को नाजुक हालत में पहुंचाने में बड़ी भूमिका निभायी. […]
पुलिस ने रेप के बाद प्राइवेट पार्ट में लगवाया टांकाएजेंसियां, लखनऊउत्तर प्रदेश में निर्भया कांड जैसी ही एक बार फिर दरिंदगी दोहराई गयी है, लेकिन दुख की बात यह है कि इस मामले में दोषी पुलिसवाले हैं. पुलिस ने न ही अपना काम किया, बल्कि लड़की को नाजुक हालत में पहुंचाने में बड़ी भूमिका निभायी. गोरखपुर के सहजनवां के एक गांव की 23 वर्षीय युवती की शादी 2012 में हुई थी. शादी के कुछ समय बाद वह मानसिक रोग से पीडि़त हो गयी. इसके बाद से वह अपने मायके में रह रही थी. कुछ दिन पहले वह अपनी ननिहाल गयी थी. 20-21 जून की शाम वहां से गायब हो गयी. 21 जून की सुबह वह सहजनवां के समधिया चौराहे के पास बेहोश मिली. स्थानीय लोगों के मुताबिक उसके प्राइवेट पार्ट से खून बह रहा था और कपड़े खून से भीगे थे. शरीर पर नोच-खरोंच के निशान थे. मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों ने पीएचसी सहजनवां में उसके प्राइवेट पार्ट में टांके लगवा दिए और उसके घर छोड़ आये. उसके परिवार को भी कुछ नहीं बताया गया. हालत खराब होने पर परिवार के लोग महिला को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे. डॉक्टरों के कहने के बाद पुलिस ने केस दर्ज किया और युवती को जिला हॉस्पिटल पहुंचाया. जिला हॉस्पिटल से उसे बीआरडी मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया. यहां वह लेबर रूम में गंभीर हालत में भर्ती है.