ऑनलाइन ज्योतिष काउंसलिंग

ग्रहों की दशा का जीवन पर पड़ता है प्रभाव रांची. प्रभात खबर कार्यालय में मंगलवार को ऑनलाइन ज्योतिष काउंसलिंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम के दौरान ज्योतिषी तथा टैरो कार्ड रीडर मिनी नरूला ने पाठकों के सवालों के जवाब दिये. उन्होंने बताया कि प्रत्येक व्यक्ति ग्रहों के अधीन रह कर उन पर निर्भर होकर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 30, 2015 6:04 PM

ग्रहों की दशा का जीवन पर पड़ता है प्रभाव रांची. प्रभात खबर कार्यालय में मंगलवार को ऑनलाइन ज्योतिष काउंसलिंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम के दौरान ज्योतिषी तथा टैरो कार्ड रीडर मिनी नरूला ने पाठकों के सवालों के जवाब दिये. उन्होंने बताया कि प्रत्येक व्यक्ति ग्रहों के अधीन रह कर उन पर निर्भर होकर ही अपने जीवन में सुख-दुख का भोग करता है. शुभ एवं अनुकूल ग्रहों की दशा एवं गोचर से हमारे काम बनने लगते हैं. वहीं, दूसरी ओर अशुभ स्थिति हमें राजा से रंक बना देता है. यदि हमारी कुंडली में अशुभ स्थिति में प्रतिकूल ग्रहों की महादशा-अंतरदशा बनी हुई होती है, तो घर में दरिद्रता, कार्यों में रुकावट तथा शारीरिक कष्ट होता है. यह जरूरी है कि हम अपनी कुंडली का निर्माण किसी योग्य ज्योतिष द्वारा ही करवायें. उन्होंने बताया कि सूर्य ग्रहों का राजा है. जीवन शक्ति एवं समस्त सकारात्मक ऊर्जा हमें इसी ग्रह से प्राप्त होता है. अगर आपकी कुंडली में सूर्य अशुभ स्थिति में है, तो सरकारी कार्यों में बाधाएं आयेंगी. अधिकारियों के साथ संबंधों में कड़वाहट आयेगी. उनका सहयोग नहीं प्राप्त होगा. अत: सूर्य देव की आराधना अवश्य करनी चाहिए. शुक्ल पक्ष के रविवार से प्रारंभ करके तांबे के लोटे में 21 लाल मिर्च के दाने डाल कर सूर्य देव को अर्घ्य दें. घर में पिता का सम्मान करें और उनका आशीष लेकर कार्य करने से सफलता मिलेगी. उन्होंने बताया कि चंद्रमा यदि अशुभ स्थिति में है, तो बच्चों में एकाग्रता एवं मनोबल का अभाव होगा. उनकी शिक्षा में रुकावट होगी. आपके निर्णय प्राय: गलत होंगे एवं लक्ष्मी का अभाव रहेगा. ऐसी स्थिति को दूर करने के लिए प्रत्येक सोमवार को नागकेसर अर्पित करें, साथ ही अपनी माता के साथ मधुर संबंध रखें और उनका सम्मान करें.

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